दिल्ली डेयरडेविल्स (डीडी) के कोच राहुल द्रविड़ ने गुरुवार को स्वीकार किया कि आगामी आईपीएल में टीम को क्विंटन डी कॉक और जेपी डुमिनी की कमी जरुर खलेगी। इन दोनों खिलाड़ियों के बिना टीम के संतुलन और संयोजन पर असर पड़ेगा। डुमिनी ने निजी कारणों से अपना नाम वापस लिया जबकि डी कॉक को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान उंगली में फ्रैक्चर हो गया। द्रविड़ ने पीटीआई से बातचीत में कहा, 'यह बिलकुल बड़ा झटका है कि जेपी डुमिनी और क्विंटन डी कॉक जैसे खिलाड़ी आपने खो दिए। अगर यह सब नीलामी से पहले होता तो भी आपके लिए अपनी योजनाओं को बेहतर बनाने का समय रहता। मगर अब जब ऐसा हो गया है तो आप कुछ नहीं कर सकते। हमारे पास सैम बिलिंग्स जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वह मैदान पर बेहतर प्रदर्शन करे।' द्रविड़ अब डुमिनी के विकल्प के रूप में न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन और श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज पर निर्भर हैं, जबकि डी कॉक की अनुपस्थिति को उन्होंने बड़ा झटका करार दिया। बता दें कि पिछले आईपीएल में डीकॉक दिल्ली डेयरडेविल्स के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे। द्रविड़ ने कहा, 'हमारे पास कोरी एंडरसन और एंजेलो मैथ्यूज जैसे ऑलराउंडर मौजूद हैं जो डुमिनी की कमी को पूरा कर सकते हैं। मगर क्विंटन टीम के लिए बड़ा नुकसान है क्योंकि उन्होंने हमारे लिए कई मैच खेले हैं और वह हमारी टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक हैं। हमने उन्हें इस सत्र के लिए भी तैयार किया था, लेकिन जिंदगी इसी तरह चलती है, जिसमें आप कुछ नहीं कर सकते।' द्रविड़ ने टीम के युवा खिलाड़ियों के प्रति भरोसा जताते हुए कहा, 'मुझे उम्मीद है कि 10वां संस्करण पिछले की तुलना में बेहतर साबित हो। मैं सिर्फ यह नहीं कहूँगा कि ऋषभ पंत ही एक्स-फैक्टर है। हमारे पास करुण नायर, संजू सैमसन, श्रेयस अय्यर और आदित्य तारे जैसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं।'