टीम इंडिया के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में खुद को प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। आर अश्विन ने कहा है कि उन्हें पहले से ही पता था कि वो इस अहम फाइनल मैच में नहीं खेलने वाले हैं।
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बुरी तरह हार गई। ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को खेल के आखिरी दिन 209 रन से हरा दिया। इसके साथ ही टीम का आईसीसी टाइटल जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया। भारतीय टीम पिछले 10 साल से एक भी आईसीसी टाइटल नहीं जीत पाई है और लगातार नॉकआउट में आकर हार रही है।
भारतीय टीम इस मुकाबले में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ उतरी। एकमात्र स्पिनर के रूप में रविंद्र जडेजा को खिलाया गया। अश्विन को इस मैच में मौका नहीं मिला जिसको लेकर काफी तीखी प्रतिक्रियाएं आईं।
अब अश्विन ने इसको लेकर प्रतिक्रिया दी है कि आखिर क्यों उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में नहीं खिलाया गया। उनके मुताबिक टीम मैनेजमेंट ने उन्हें काफी पहले ही बता दिया था कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया जाएगा।
पिछले WTC फाइनल में मैंने चार विकेट लिए थे - अश्विन
अश्विन ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा "मैं जरूर इस फाइनल मैच में खेलना पसंद करता, क्योंकि यहां तक के सफर में मेरा योगदान रहा है। यहां तक कि पिछले फाइनल में भी मैंने चार विकेट लिए थे और काफी अच्छी गेंदबाजी की थी।"
अश्विन ने आगे कहा "जब हम पिछली बार इंग्लैंड टूर पर आए थे तो वो सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही थी और टीम को लगा कि चार पेसर्स और एक स्पिनर का कॉम्बिनेशन यहां पर सही रहेगा। स्पिनर्स के साथ दिक्कत ये होती है कि चौथी पारी में ही उन्हें ज्यादा फायदा मिलता है। चौथी पारी काफी अहम हो जाती है और उसके लिए इतने रन बनाने पड़ते हैं कि स्पिनर्स गेम में आ जाएं। ये पूरी तरह से माइंडसेट का खेल है।"