इंग्लैंड के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल मुकाबले में मिली हार के बाद भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) से विदेशी लीग्स में खेलने को लेकर सवाल पूछा गया था। इस पर उन्होंने बेहद नपा-तुला बयान दिया था और कहा था कि खिलाड़ियों को विदेशी लीग के लिए भेजा जा सकता है लेकिन ये भारत के घरेलू सीजन को प्रभावित करेगा जो लगभग उसी समय होता है। वहीं रविचंद्रन अश्विन ने द्रविड़ के इस बयान की तारीफ की है और साथ में ये भी कहा है कि उनसे इस तरह के सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए थे।
दरअसल बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों को आईपीएल के अलावा देश के बाहर होने वाली किसी भी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं देती है। भारतीय खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में होने वाले बीबीएल में नहीं खेलते हैं और वहीं दूसरे देशों के कई खिलाड़ी इस लीग में खेलते हैं और उन्हें यहां खेलने का ज्यादा अनुभव है। इसके अलावा इंडियन प्लेयर्स सीपीएल और द हंड्रेड जैसे टूर्नामेंट्स में भी हिस्सा नहीं लेते हैं। भारतीय खिलाड़ी केवल आईपीएल ही खेलते हैं।
विदेशी लीग्स में खेलने को लेकर अश्विन की बड़ी प्रतिक्रिया
अश्विन के मुताबिक भारतीय खिलाड़ियों के पास इतना समय ही नहीं है कि वो दूसरे देशों की लीग्स में जाकर खेलें। उन्होंने इस मामले में राहुल द्रविड़ के बयान का समर्थन किया।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा 'जैसे ही हमारा मैच खत्म हुआ उन्होंने राहुल भाई से इस बारे में सवाल पूछा। आप मैच हारने के चक्कर में इस तरह के सवाल नहीं पूछ सकते हैं। एक क्रिकेट टीम के कोच से इस तरह का सवाल सही नहीं है। आप उनसे किस तरह के जवाब की उम्मीद कर रहे थे। हम सबको समझना चाहिए कि भारत का डोमेस्टिक सीजन पूरे साल चलता रहता है। अगर हम फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेलेंगे तो फिर खिलाड़ियों का सैंपल साइज काफी कम रह जाएगा।'