रवि शास्त्री को हाल ही में भारतीय टीम का नया कोच बनाया गया है। उनके टीम के नए कोच बनने के बारे में पूछे गए सवाल पर भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर ने हालांकि कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि नए कोच या सपोर्ट स्टाफ के चुनाव का उनसे कोई लेना देना नहीं है और इसलिए इस मामले पर उनका बोलना सही नहीं है। गौरतलब है कि शास्त्री को 2019 विश्व कप तक कोच बनाया गया है। अश्विन ने ये भी कहा कि इस मुद्दे पर मेरा बोलना बहुत गलत होगा क्योंकि ये मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। हमेशा की तरह भारतीय टीम आगे बढ़ते रहेगी, भारत आगे बढ़ता रहेगा और समय आने पर हमें ये पताल जाएगा कि ये फैसला कैसा रहा। क्रिकेटरों से अक्सर काफी सवाल पूछे जाते हैं, लेकिन ये जरुरी नहीं है कि वो हर सवाल का जवाब दें। किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए अश्विन ने काफी सूझबूझ भरा जवाब दिया और अब यही उम्मीद है कि श्रीलंका के पिछले दौरे की तरह वो इस बार भी टेस्ट सीरीज में शानदार गेंदबाजी करें। अश्विन को उस समय मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया था। रवि शास्त्री जब 2014-16 तक टीम के डायरेक्टर थे, तब अश्विन ने काफी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन करने के अलावा वर्ल्ड टी20 में भी बढ़िया प्रदर्शन किया था। 2015 विश्व कप में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। भारत को जुलाई के अंत में श्रीलंका के दौरे पर जाना है, जहाँ उन्हें 3 टेस्ट, 5 एकदिवसीय और 1 टी20 खेलना है। ये रवि शास्त्री की मुख्य कोच के तौर पर पहली अहम सीरीज होगी और इसमें अश्विन का योगदान बेहद महत्वपूर्ण होगा। शास्त्री के अलावा भरत अरुण को भारतीय टीम का नया गेंदबाजी कोच और संजय बांगर को असिस्टेंट कोच बनाया गया है और ये दोनों भी टीम के साथ श्रीलंका जाएंगे।