भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के हेड कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने वेस्टइंडीज क्रिकेट के गिरते हुए स्तर को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस टीम की तुलना 70-80 के दशक की महान टीम से करना सही नहीं है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि किस तरह से वेस्टइंडीज एक बार फिर से अपना वो पुराना गौरव हासिल कर सकती है और दुनिया की बेहतरीन टीमों में से एक बन सकती है।
वेस्टइंडीज की अगर बात करें तो पिछले कई सालों से उनके क्रिकेट का स्तर नीचे गिरता गया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि टीम इस साल होने वाले वर्ल्ड कप के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई। उन्हें नीदरलैंड्स और जिम्बाब्वे जैसी टीमों से हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बड़ी टीमों के खिलाफ वेस्टइंडीज लगातार सीरीज हारते हुए आ रही है। भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच भी वेस्टइंडीज टीम काफी बुरी तरह हार गई।
टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा "पिछले कुछ सालों में वेस्टइंडीज टीम का रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। मेरे हिसाब से इस सीरीज से पहले कैरेबियाई धरती पर हुई छह सीरीज में से वो केवल एक ही हारे थे। दरसल वर्तमान टीम की तुलना वेस्टइंडीज की महान 70 और 80 के दशक की टीम से होती है। ये आसान तुलना नहीं है और इससे वर्तमान जेनरेशन के प्लेयर्स पर दबाव काफी बढ़ जाता है।"
वेस्टइंडीज को अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना होगा - राहुल द्रविड़
राहुल द्रविड़ ने आगे कहा "इस टीम की तुलना क्लाइव लायड और विव रिचर्ड्स की टीम से करना किसी के लिए भी काफी मुश्किल है। मुझे नहीं लगता है कि टैलेंट की कोई कमी यहां पर है। बस वेस्टइंडीज को सही इंफ्रास्ट्रक्चर और संसाधनों पर ध्यान देना होगा। अगर वो ऐसा करते हैं तो मुझे लगता है कि उनका पुराना गौरव वापस लौट सकता है।"