भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं। अब इसी कड़ी में एक और चौंकाने वाला बयान उन्होंने दिया है। गौतम गंभीर ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट पर जितना ज्यादा प्रभाव राहुल द्रविड़ का था, उतना बड़ा प्रभाव सौरव गांगुली का नहीं था। गौतम गंभीर ने कहा कि राहुल द्रविड़ एक रोल मॉडल हैं और उन्होंने हर वो चीज किया जो उनसे कही गई।
स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में गौतम गंभीर और वीवीएस लक्ष्मण ने राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली के करियर पर चर्चा की। वीवीएस लक्ष्मण ने अपने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की काफी तारीफ की।
लक्ष्मण ने कहा 'सौरव गांगुली सभी बंगाली और भारतीय लोगों के लिए काफी खास थे। वो बंगाली थे और बंगाली लोग पूरे वर्ल्ड में हैं, इसलिए हम जहां कभी भी जाते थे हमारा जबरदस्त स्वागत होता था।
वीवीएस लक्ष्मण ने इसके अलावा राहुल द्रविड़ को लेकर भी बात की और उनसे अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताया।
जहां तक राहुल द्रविड़ की बात है तो पहली बार मैं उनके खिलाफ एक अंडर-19 मैच में खेला था। वो मैच कर्नाटक और हैदराबाद के बीच था और राहुल द्रविड़ ने उसमें बेहतरीन शतक लगाया था। उसके बाद से ही वो मेरे काफी अच्छे दोस्त बन गए। जिस तरह का कॉन्फिडेंस और फोकस उन्होंने उस पारी में दिखाया था, वही चीज उन्होंने आगे भी दिखाई और वो बेहतर करते गए।
गौतम गंभीर ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी की तारीफ की और कहा कि उन्हें वो श्रेय नहीं मिला जो मिलना चाहिए था। गौतम गंभीर ने कहा '
मैंने अपना वनडे डेब्यू सौरव गांगुली और टेस्ट डेब्यू राहुल द्रविड़ की कप्तानी में किया था। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम द्रविड़ को उनकी कप्तानी के लिए ज्यादा क्रेडिट नहीं देते हैं। हम केवल सौरव गांगुली, एम एस धोनी और अब विराट कोहली की बात करते हैं लेकिन राहुल द्रविड़ भारत के जबरदस्त कप्तान थे।
गौतम गंभीर ने राहुल द्रविड़ को रोल मॉडल बताया
गौतम गंभीर ने कहा कि राहुल द्रविड़ एक जबरदस्त रोल मॉडल थे और उनका भारतीय क्रिकेट पर ज्यादा प्रभाव था।
अगर राहुल द्रविड़ के आंकड़ों को उठाकर देखें तो पता चलता है कि वो कितने अंडररेटेड खिलाड़ी और कितने अंडररेटेड कप्तान थे। उनकी कप्तानी में हमने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में जीत हासिल की और 14 या 15 मैचों में लगातार जीत हासिल की। एक क्रिकेटर के तौर पर देखें तो आपने उनसे टेस्ट क्रिकेट में ओपन करने के लिए कहा, उन्होंने किया। आपने उनसे विकेटकीपिंग करने के लिए कहा, उन्होंने किया। आपने उनसे फिनिशर के रूप में खेलने को कहा, उन्होंने वो भी किया। उन्होंने हर वो चीज की जो उनसे कही गई, इसलिए वो एक परफेक्ट रोल मॉडल हैं।
मेरे हिसाब से उनका इंपैक्ट काफी ज्यादा बड़ा था। सौरव गांगुली फ्लैमब्वॉयंट थे, इसलिए वनडे क्रिकेट में उनका ज्य़ादा प्रभाव था लेकिन अगर ओवरऑल देखें तो द्रविड़ का प्रभाव ज्यादा बड़ा था। आप उनके इंपैक्ट की तुलना सचिन तेंदुलकर जैसे खिलाड़ी से कर सकते हैं। उन्होंने पूरा जीवन सचिन की छाया में खेला लेकिन इंपैक्ट के मामले में वो उनके बराबर थे।