इरफान पठान ने राहुल द्रविड़ को महान कप्तान बताते हुए उन्हें भारतीय टीम के अनसंग हीरो कहा। इरफान पठान के मुताबिक भारतीय टीम के कपिल देव, सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी के रूप में कई महान कप्तान रहे हैं, लेकिन राहुल द्रविड़ को एक कप्तान के तौर पर पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने सबसे मुश्किल समय में टीम की कप्तानी की जब ग्रेग चैपल टीम के कोच थे।
राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने काफी सफलता देखी है। द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतते हुए इतिहास रचा था। इसके अलावा द्रविड़ की कप्तानी में टीम ने पाकिस्तान को उनके घर में हराया है।
EspnCricinfo के साथ लाइव चैट में इरफान पठान ने राहुल द्रविड़ की कप्तानी को लेकर कहा,
"राहुल द्रविड़ शत प्रतिशत एक महान कप्तान हैं। वो काफी क्लीयर थे कि उन्हें टीम से क्या चाहिए। हर कप्तान का उनका तरीका होता है, कुछ कप्तान होते हैं जो अलग सोचते हैं और द्रविड़ भी काफी अलग सोचते थे। हालांकि वो बातचीत में काफी क्लीयर थे। वो आपको आपका रोल बताते थे और उसी हिसाब से आपको काम करना है। "
इरफान पठान ने की राहुल द्रविड़ की तारीफ
इरफान पठान ने यह भी बताया कि कैसे राहुल द्रविड़ ने निस्सवार्थ तरीके से टीम के सबकुछ किया। वो नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते थे और साथ में विकेटकीपिंग भी करते थे। यह ही उनकी कप्तानी में भी दिखता था, उन्होंने हमेशा ही अपने ऊपर टीम को रखा। यह ही एक मुख्य कारण था कि राहुल द्रविड़ एक अंडररेटिड खिलाड़ी रहे, क्योंकि वो हमेशा ही टीम को अच्छा करते हुए देखना चाहते थे।
राहुल द्रविड़ 2005 में भारतीय टीम के कप्तान बने और 2007 तक वो भारत के कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका में जाकर कोई टेस्ट मैच जीता था। राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने 25 में 8 मैच जीते, तो 79 वनडे में टीम को 42 में जीत मिली। हालांकि राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत 2007 वर्ल्ड कप के पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गई थी।
2007 में ही राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ दी थी, जिसके बाद महेंद्र सिंह धोनी सीमित ओवरों की क्रिकेट में भारत के कप्तान बने और टेस्ट टीम की कप्तानी अनिल कुंबले ने की थी।
यह भी पढ़ें: 2007 टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के सीनियर प्लेयर्स के नहीं खेलने का कारण सामने आया