Rahul Dravid played with his son in Club match: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और हेड कोच राहुल द्रविड़ भले ही 52 साल के हो गए हैं, लेकिन क्रिकेट को लेकर उनका प्यार अभी भी पहले जैसा है। द्रविड़ के दोनों बेटे भी उनकी तरह ही क्रिकेट खेलते हैं और उनका फ्यूचर काफी बढ़िया दिखाई पड़ रहा है। 16 साल के अपने छोटे बेटे अन्वय द्रविड़ के साथ राहुल ने क्रिकेट के मैदान पर दोबारा वापसी की, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए। तीसरे डिवीजन के एक क्लब मैच में राहुल और उनके छोटे बेटे एक ही टीम के लिए खेलने उतरे। हालांकि, इस मैच में राहुल आठ गेंद में केवल 10 रन ही बना पाए। इसके बावजूद उनका इस मैच में खेलना ही चर्चा का विषय बन गया है।
भले ही राहुल का बल्ला इस मैच में नहीं चल पाया, लेकिन उनकी टीम ने 345 रनों का बड़ा स्कोर 50 ओवर में खड़ा किया था। इसमें उनके बेटे द्वारा खेली गई 60 गेंदों में 58 रनों की पारी भी शामिल थी। राहुल की तरह ही उनके छोटे बेटे भी विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और कर्नाटक के लिए ऐजग्रुप क्रिकेट में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। 2023-24 में खेली गई विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उन्होंने कर्नाटक के लिए सबसे अधिक रन बनाए थे। इस अंडर-16 टूर्नामेंट में उन्होंने 45 की औसत के साथ पांच मैचों में 357 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से चार अर्धशतक निकले थे। विजया क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए वह अंडर-14 स्टेट लीग टूर्नामेंट में भी सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे।
राजस्थान रॉयल्स की कोचिंग करते दिखेंगे राहुल द्रविड़
द्रविड़ के कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट टीम का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। 2023 में भारत में खेले गए वनडे विश्व कप में भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार गए थे। इसके बाद द्रविड़ के कार्यकाल को बढ़ाया गया था और उसका परिणाम 2024 में भारतीय टीम को देखने को मिला।
भारत ने 2024 में टी-20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। भारत को चैंपियन बनने के बाद द्रविड़ चुपचाप निकल गए और अब उनकी जगह गौतम गंभीर भारतीय टीम के हेड कोच हैं। भारतीय टीम का साथ छोड़ने के बाद अब द्रविड़ की इंडियन प्रीमियर लीग में वापसी हुई है। राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें अपना हेड कोच बनाया है। द्रविड़ पहले भी इस टीम के हेड कोच रह चुके हैं।