भारतीय टीम (Indian Team) ने श्रीलंकाई टीम (Sri Lanka) को दूसरे एकदिवसीय मैच में जिस तरह से हराया है, उसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। इंग्लैंड में सीनियर टीम भी वहां बैठकर इस मैच को देख रही थी। दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने श्रीलंकाई टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने जीत के बाद खिलाड़ियों की प्रशंसा की।
द्रविड़ ने कहा कि हमने मैच सही परिणाम के साथ समाप्त किया जो आश्चर्यजनक है लेकिन अगर हमने नहीं किया होता तो भी हमने जो लड़ाई दिखाई, वह आप सभी (खिलाड़ियों के लिए) के लिए बहुत अच्छी थी। यह व्यक्तिगत नामों के बारे में बात करने का समय नहीं है। जाहिर है, कुछ शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन हुए हैं लेकिन हम अपनी बैठकों में इसके बारे में बात करेंगे। लेकिन मुझे लगता है कि जब आप पूरे खेल को देखते हैं तो यह वास्तव में अच्छा टीम प्रदर्शन था।
द्रविड़ ने कहा कि हमें पता था कि हमें उनका (श्रीलंकाई टीम का) सम्मान करना होगा, वे भी एक अंतरराष्ट्रीय टीम हैं। उन्होंने जवाब दिया और हमने एक चैंपियन टीम की तरह जवाब दिया। दीवार पर हमें जीत का एक रास्ता मिला और आप सभी के लिए वास्तव में यह बहुत अच्छी बात है।
उल्लेखनीय है कि दीपक चाहर जब मैदान पर खेल रहे थे और अंतिम ओवरों का समय चल रहा था, उस समय द्रविड़ ड्रेसिंग रूम से बाहर टीम के डगआउट में आए और राहुल चाहर को कुछ समझाकर मैदान पर भेजा था। इसके बाद द्रविड़ वापस ड्रेसिंग रूप में चले गए थे। मैच के बाद चाहर ने कहा कि द्रविड़ सर ने मुझे यही कहा था कि सभी गेंदों को खेलना है। इससे टीम को जीत दर्ज करने में सफलता मिली।
यह सभी जानते थे कि टीम इंडिया को पूरे 50 ओवरों तक टिकना है और द्रविड़ ने चाहर और भुवी को यही कहलवाया। दोनों ने वही किया और अंतिम समय में जल्दीबाजी नहीं दिखाते हुए संयक के साथ आक्रामकता भी दिखाई। वनिंदु हसारंगा की गेंदों को सम्मानजनक तरीके से खेलने के बाद अन्य गेंदबाजों पर आक्रमण की योजना चाहर और भुवी ने बनाई और यह सफल रही।