भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रजत भाटिया ने क्रिकेट के सभी फॉर्म्स से संन्यास ले लिया है। अपने 20 साल के करियर के बाद रजत भाटिया ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। दिल्ली के रजत भाटिया ने अपने घरेलू क्रिकेट करियर की शुरुआत तमिलनाडु की टीम के साथ की थी। वहां पर 2 सीजन खेलने के बाद उन्हें दिल्ली की टीम में शामिल कर लिया गया, जहां पर वो 2015 तक खेले। इसके बाद रजत भाटिया राजस्थान और उत्तराखंड जैसी टीमों का भी हिस्सा रहे।
रजत भाटिया ने अपने घरेलू करियर में कुल 112 मुकाबले खेले। इसमें से 81 मैच उन्होंने सिर्फ दिल्ली के लिए खेले और इस दौरान उन्होंने 4666 रन बनाए और 96 विकेट भी चटकाए। वहीं रजत भाटिया ने अपने ओवरऑल रणजी करियर के दौरान 6482 रन बनाए और 137 विकेट लिए।
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रजत भाटिया ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कभी भारतीय टीम में जगह नहीं मिल पाई। 2007 में जब दिल्ली की टीम ने रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था तो उसमें उनका बहुत बड़ा रोल था। उस सीजन उन्होंने 7 मैचों में 512 रन बनाए थे।
रजत भाटिया का आईपीएल करियर रहा शानदार
रजत भाटिया ने इसके अलावा आईपीएल में भी शानदार प्रदर्शन किया। वो 3 सीजन दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा रहे। हालांकि उनका बेस्ट प्रदर्शन कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हुए आया। केकेआर ने जब 2012 में पहली बार आईपीएल का खिताब जीता था, तब रजत भाटिया ने 13 विकेट चटकाए थे। 2014 में राजस्थान रॉयल्स की टीम ने 1.7 करोड़ की रकम देकर उन्हें खरीदा था। रजत भाटिया ने उस सीजन 12 विकेट चटकाए थे और राजस्थान रॉयल्स की टीम करीबी अंतर से नॉकआउट में जगह नहीं बना पाई थी।
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रजत भाटिया ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 49.10 की शानदार औसत से 17 शतक लगाए और 30 अर्धशतक जड़े। इसके अलावा लिस्ट ए गेम में उन्होंने 3038 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 19 अर्धशतक शामिल हैं।