DRS Drama Sparks Controversy In SMAT Final : सैय्यद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला मध्य प्रदेश और मुंबई के बीच बेंगलुरु में खेला गया। इस मैच में मुंबई ने मध्य प्रदेश को 5 विकेट से हरा दिया और टाइटल अपने नाम किया। वहीं इस मुकाबले के दौरान खराब अंपायरिंग काफी चर्चा का विषय रही। चौंकाने वाली बात तो यह रही कि थर्ड अंपायर ने गलत फैसला देने के लिए ऑन एयर माफी भी मांगी।
दरअसल यह पूरा विवाद तब शुरु हुआ जब मध्य प्रदेश की पारी की आखिरी गेंद शार्दुल ठाकुर ने ऑफ स्टंप के बाहर फुल गेंद डाली। इसके बाद रजत पाटीदार ऑफ स्टंप के बाहर चले गए और अंपायर ने इसे वाइड करार दे दिया। मुंबई की टीम ने इस फैसले को चुनौती दी और मामला थर्ड अंपायर के पास गया। तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद गेंद को लीगल बता दिया और ऑन फील्ड अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा।
रजत पाटीदार के विरोध के बाद थर्ड अंपायर ने बदला अपना फैसला
हालांकि अब इस बार मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार अड़ गए। उनका मानना था कि गेंद वाइड थी और तीसरे अंपायर ने गलत फैसला दिया है। इसी वजह से अंपायर को एक बार फिर चेक करना पड़ा और इस बार उन्होंने अपनी गलती मान ली। थर्ड अंपायर के अनंत पद्मनाभन ने कहा "मुझे बहुद खेद है। गेंद पॉपिंग क्रीज के बाहर पिच हुई है। मैंने यह देखा नहीं था।" रजत पाटीदार ने इस वाइड गेंद का पूरा फायदा उठाया और एक गेंद जो उन्हें एक्स्ट्रा मिली उसके ऊपर शानदार छक्का लगा दिया।
आपको बता दें कि इससे पहले वेंकटेश अय्यर के कैच को लेकर भी काफी विवाद देखने को मिला था। कई सारे फैंस का मानना था कि अजिंक्य रहाणे ने जो वेंकटेश अय्यर का कैच पकड़ा था वो जमीन को टच कर गया था लेकिन इसके बावजूद अय्यर को आउट करार दे दिया गया था।
गौरतलब है कि इस मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए मध्य प्रदेश की टीम ने निर्धारित 20 ओवर्स में 8 विकेट के नुकसान पर 174 रन बनाए। कप्तान रजत पाटीदार ने 40 गेंद पर 81 रनों की नाबाद पारी खेली। जवाब में मुंबई ने इस टार्गेट को सूर्यकुमार यादव की तूफानी पारी की बदौलत 17.5 ओवर में ही 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।