भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला (Rajiv Shukla) ने मंगलवार को कहा कि बोर्ड सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का आयोजन भारत में हो।
इंडियन प्रीमियर लीग की दो नई टीमें - लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए संजीव गोयनका की आरपीएसजी ग्रुप और सीवीसी कैपिटल की अहमदाबाद टीम को मंगलवार को बीसीसीआई से औपचारिक क्लीयरेंस मिला।
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मंगलवार को बैठक के बाद औपचारिक क्लीयरेंस दिया गया और अहमदाबाद व लखनऊ दोनों को समय दिया गया कि मेगा ऑक्शन से पहले वह खिलाड़ियों से करार करें।
राजीव शुक्ला ने एएनआई से कहा, 'आईपीएल गवर्निंग ईकाई ने आज दो महत्वपूर्ण फैसले लिए। पहला, अहमदाबाद फ्रेंचाइजी की बोली जीतने वाली सीवीसी को सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ बोलीकर्ता होने के बाद कुछ सवाल उठे थे कि उनके कुछ शेयर भारत के बाहर की सट्टेबाजी कंपनी में हैं। बीसीसीआई ने तब सभी एहतियात तुरंत लिए और एक समिति बनाई, जिसके अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज थे और सभी चीजों को देखने के बाद समिति ने फैसला किया कि उनकी सट्टेबाजी सही है और उन्हें औपचारिक क्लीयरेंस मिलना चाहिए।'
शुक्ला ने आगे कहा, 'हालांकि, बीसीसीआई ने दोबारा अतिरिक्त एहतियात रखते हुए सीवीसी से पूछा कि आपका किसी सट्टेबाजी कंपनी में हिस्सेदारी या साझेदारी नहीं है। इसके अलावा वीवो ने अलग हटने का फैसला किया तो टाटा दो साल के लिए प्रमुख प्रायोजक बनकर आया।'
कोविड स्थिति पर सबकुछ निर्भर: राजीव शुक्ला
आईपीएल 2022 के बारे में पूछने पर शुक्ला ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आईपीएल का आयोजन भारत में हो। मगर हम मार्च में दोबारा इस पर ध्यान देंगे कि तब भारत में कोविड की स्थिति क्या रहेगी। अगर कोविड स्थिति खराब रही तो बाहर टूर्नामेंट का आयोजन कराने का फैसला लिया जा सकता है।'
आईपीएल ऑक्शन और भारत-वेस्टइंडीज सीरीज के बारे में शुक्ला ने कहा कि यह सब स्थिति पर निर्भर करेगा। आईपीएल की दो नई फ्रेंचाइजी- लखनऊ और अहमदाबाद के पास 33 करोड़ रुपए का बजट है, जो मेगा ऑक्शन में जाने से पहले तीन खिलाड़ियों को चुन सकती हैं।
दो नई फ्रेंचाइजी - लखनऊ और अहमदाबाद - वो दो भारतीय खिलाड़ियों (कैप्ड या अनकैप्ड) से ज्यादा नहीं चुन सकती। वो एक विदेशी खिलाड़ी से ज्यादा नहीं चुन सकती। अनकैप्ड भी एक भारतीय खिलाड़ी से ज्यादा नहीं हो सकता।