विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा उन रिपोर्टों से हैरान हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को आईपीएल (IPL) 2022 के लिए अहमदाबाद फ्रेंचाइजी का कप्तान बनाया जा सकता है।
आगामी सीजन से पहले होने वाली मेगा नीलामी के लिए पांड्या को मुंबई इंडियंस ने रिटेन नहीं किया था। पांड्या को उनकी फॉर्म और फिटनेस की वजह से भारतीय टीम से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और वह फिटनेस हासिल करने में लगे हुए हैं।
राजकुमार शर्मा के मुताबिक ऑलराउंडर को अहमदाबाद फ्रेंचाइजी का कप्तान नियुक्त करने की खबर हैरान कर देने वाली है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस पर फैसला देना अभी जल्दबाजी होगी। खेलनीति पॉडकास्ट पर बोलते हुए, उन्होंने कहा,
हार्दिक को कभी भी कप्तानी के नजरिये से नहीं देखा गया है। यह सभी के लिए सरप्राइज बनकर आया है। मुझे अब भी लगता है कि वह भारत के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर है, जो आपको मुश्किल परिस्थितियों में मैच जिता सकते है। ऐसा उन्होंने कई बार करके दिखाया है। कप्तानी के बारे में, मुझे यकीन है कि फ्रेंचाइजी ने उनके साथ बातचीत की होगी और शायद उनके विचारों को पसंद भी किया होगा। लेकिन यह तो वक्त ही बताएगा कि वह कितने अच्छे है और उन्हें कप्तानी के लिए चुना जाता है या नहीं चुना जाता है।
हार्दिक पांडया ने 2015 में मुंबई इंडियंस के लिए अपना आईपीएल डेब्यू किया। तब से लेकर वो 2021 तक इसी फ्रेंचाइजी के लिए खेलते रहे। इस दौरान उन्होंने 92 मैच खेले और 153.91 के स्ट्राइक रेट से 1476 रन अपने नाम किये हैं। इसके अलावा उन्होंने गेंदबाजी में भी 42 विकेट झटके हैं।
निखिल चोपड़ा ने भी हार्दिक पांड्या को लेकर दी प्रतिक्रिया
इस विषय पर बात करते हुए, पूर्व ऑफ स्पिनर निखिल चोपड़ा ने कहा कि हार्दिक पांड्या ने खुद अहमदाबाद फ्रेंचाइजी से कप्तानी के लिए कहा होगा। चोपड़ा ने कहा कि बड़ौदा के ऑलराउंडर की मैच जिताने की क्षमता को भी ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने इस मुद्दे पर विस्तार से बात करते हुए कहा,
उतार-चढ़ाव हर क्रिकेटर के जीवन का हिस्सा होते हैं। लेकिन जब फॉर्म में हैं, तो उन्होंने कई बार अपनी फ्रेंचाइजी को मुश्किल मौकों पर मैच जिताये है। अहमदाबाद ने निर्णय लेते समय अवश्य ही इस पर विचार किया होगा। मुझे लगता है कि हार्दिक कप्तान बनना चाहते थे। उन्होंने फ्रेंचाइजी के साथ चर्चा की होगी। हो सकता है कि वह अब किसी की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते और अपनी टीम बनाना चाहते है। ये विचार अच्छा है। उम्मीद है कि हार्दिक भी जल्द ही अपनी फॉर्म में वापसी कर लेंगे।
चोपड़ा ने आगे कहा कि अधिकांश आईपीएल फ्रेंचाइजी भारतीय खिलाड़ियों को कप्तान बनाने के बारे में सोचती है। पूर्व क्रिकेटर के अनुसार, किसी विदेशी खिलाड़ी को कप्तान नियुक्त करना जोखिम भरा होता है। चोपड़ा ने कहा,
आईपीएल में भारतीय कप्तानों का होना बेहतर है। मुझे लगता है कि अनुभव के आधार पर अधिकांश फ्रेंचाइजी ने भारतीय खिलाड़ियों को कप्तान नियुक्त करने का फैसला किया है। हमने देखा कि केकेआर के साथ क्या हुआ। फिर, केन विलियमसन ने सनराइजर्स हैदराबाद में डेविड वॉर्नर की जगह ली। यदि कोई विदेशी कप्तान प्रदर्शन नहीं करता है, तो यह फ्रेंचाइजी को मुश्किल में डालता है। इसी वजह से इंडियन प्रीमियर लीग में ज्यादा कप्तान भारतीय खिलाड़ी होंगे।