पीसीबी के पूर्व चेयरमैन रमीज राजा ने टी20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस को कोचिंग पद से हटाए जाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ये उनके अधिकार क्षेत्र में था कि इन दोनों दिग्गजों को वर्ल्ड कप से पहले हटा दें और नई नियुक्ति करें।
रमीज राजा को हाल ही में पीसीबी चीफ के पद से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। उनकी जगह नजम सेठी को नया पीसीबी चीफ नियुक्त किया गया है। इसके बाद से रमीज राजा हर रोज नए-नए खुलासे कर रहे हैं। उन्होंने कई चीजों को लेकर खुलकर प्रतिक्रिया दी है। इसी कड़ी में टी20 वर्ल्ड कप 2021 से पहले मिस्बाह उल हक और वकार यूनिस को भी हटाए जाने को लेकर उन्होंने बयान दिया।
उस समय ये फैसला लेना जरूरी था - रमीज राजा
रमीज राजा के मुताबिक उस समय इस तरह के फैसले लेना जरूरी था। एक पाकिस्तानी चैनल पर इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा,
उस समय इस बदलाव की जरूरत थी और ये फैसला लेना सही था। दो सालों के लिए उन्हें अपना पूरा पेमेंट मिला था। उन्हें पूरी इज्जत मिली थी। एक चेयरमैन के तौर पर उनको हटाने का अधिकार मेरे पास था। यहां तक कि अब सकलैन मुश्ताक को हटाकर मिकी आर्थर को लाने की बात हो रही है। मैंने इस तरह के कॉन्ट्रैक्ट बनाए कि ताकि बोर्ड को एक कोचिंग स्टाफ के साथ तीन साल तक ना रहना पड़े। हमारा एक-एक साल का कॉन्ट्रैक्ट होता था। मैंने वकार यूनिस से बात की थी क्योंकि मैंने उनके साथ खेला था और सीईओ ने मिस्बाह के साथ बात की थी। निश्चित तौर पर लोगों को ये अच्छा नहीं लगा कि टी20 वर्ल्ड कप से 10 दिन पहले ये बदलाव हुए लेकिन मेरा मानना था कि हम एक हद तक ही उनके साथ जा सकते हैं। जब मैं कमेंट्री करता था तो मुझे लगा था कि बदलाव की जरूरत है।