इंग्लैंड और पाकिस्तान (ENG vs PAK) के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच रावलपिंडी में खेला गया था। हालांकि इस पिच को आईसीसी (ICC) ने खराब करार दिया और रावलपिंडी की पिच को एक डीमेरिट प्वॉइंट दे दिया। वहीं जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ रमीज राजा से ये सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों को नकारात्मक चीजों की बजाय सकारात्मक चीजों की तरफ ध्यान देना चाहिए।
पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रावलपिंडी में हुए टेस्ट मैच में कुल मिलाकर 1768 रन बने थे और इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये पिच बल्लेबाजी के लिए कितनी सपाट थी। इसी वजह से आईसीसी ने इस पिच को औसत से नीचे का करार दिया। ये लगातार दूसरी बार है जब रावलपिंडी की पिच को एवरेज प्वॉइंट मिला है। इससे पहले मार्च 2022 में भी यहां पर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच खेला गया था और उस वक्त भी इस पिच को आईसीसी ने औसत से नीचे करार दिया था और अब एक बार फिर वैसा ही हुआ है। आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगर पांच साल के दौरान किसी वेन्यू को पांच डिमेरिट प्वॉइंट मिल जाते हैं तो फिर वहां पर एक साल के लिए इंटरनेशनल मैचों का आयोजन बैन हो जाता है।
निगेटिव चीजों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है - रमीज राजा
कराची में पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच के दौरान रमीज राजा से रावलपिंडी की पिच को लेकर सवाल पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा 'पाकिस्तान के दोनों ही टेस्ट मैचों में रिजल्ट आया। इस नरेटिव से बाहर निकले। इससे केवल नकारात्मकता ही आती है। हमारी क्रिकेट एक ब्रांड बन चुकी है। अगर हम इसका ख्याल नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा। निगेटिविटी फैलाने के लिए और भी कई सारी चीजें हैं। पानी ठीक नहीं है, कुर्सियां ठीक नहीं हैं, हर एक चीज पर काम हो रहा है बस थोड़ा धैर्य रखिए।'