भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने बताया है कि 2014 में पूर्व कप्तान एम एस धोनी (MS Dhonni) ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास क्यों ले लिया था। धोनी के संन्यास के बाद से अब तक ये सवाल लोगों के मन में चल रहा है और रवि शास्त्री ने अपनी किताब में इसका खुलासा किया है।
एम एस धोनी ने 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के मध्य में ही टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। उनके इस फैसले से हर कोई हैरान था। इसकी वजह ये थी कि एम एस धोनी पूरी तरह से फिट लग रहे थे और 100 टेस्ट मैच खेलने से सिर्फ 10 कदम दूर थे।
रवि शास्त्री ने बताया कि उस वक्त उन्हें एम एस धोनी के इस फैसले पर हैरानी हुई थी और उन्हें समझ नहीं आया था कि उन्होंने क्यों रिटायमेंट लिया। अपनी किताब "स्टारगेजिंग - द प्लेयर्स इन माइ लाइफ" में उन्होंने लिखा,
एम एस धोनी उस वक्त दुनिया के सबसे बड़े प्लेयर थे। वो आईसीसी के तीनों ही टाटइल जीत चुके थे जिसमें दो वर्ल्ड कप ट्रॉफी थी। आईपीएल में भी उनका परफॉर्मेंस काफी शानदार था। वो अच्छे फॉर्म में थे और 100 टेस्ट मैच खेलने से सिर्फ 10 मैच दूर थे।
एम एस धोनी ने फिटनेस की वजह से किया था संन्यास का ऐलान - रवि शास्त्री
रवि शास्त्री उस वक्त टीम के डायरेक्टर थे और उन्होंने एम एस धोनी से बात करने के बारे में सोचा था लेकिन बाद में अपना इरादा बदल दिया। उन्होंने बताया कि फिटनेस की वजह से एम एस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अपनी किताब में आगे उन्होंने लिखा,
सभी क्रिकेटर कहते हैं कि उनके लिए रिकॉर्ड मायने नहीं रखते हैं लेकिन कुछ के लिए रखते हैं। मैं चाहता था कि एम एस धोनी अपना इरादा बदलें और संन्यास से वापस आएं। हालांकि उन्हें फिटनेस की समस्या थी और इसी वजह से मैंने इस मामले को आगे नहीं बढ़ाया। मुझे लगता है कि उनका वो फैसला सही था।
आपको बता दें कि एम एस धोनी इस वक्त इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और केवल आईपीएल में खेलते हैं।