ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम (Indian Cricket Team) में वॉशिंगटन सुंदर और रविचंद्रन अश्विन को भी शामिल किया गया है। ये दोनों ही गेंदबाज नई गेंद से भी गेंदबाजी कर लेते हैं। हालांकि पूर्व क्रिकेटर पियूष चावला का मानना है कि नई गेंद से सिर्फ तेज गेंदबाजों को ही बॉलिंग कराना चाहिए और स्पिनर्स को नहीं लगाना चाहिए।
वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारतीय टीम का जब ऐलान हुआ था तो उसमें किसी ऑफ स्पिनर का चयन नहीं किया गया था। हालांकि एशिया कप के दौरान जब अक्षर पटेल चोटिल हुए तो फिर वॉशिंगटन सुंदर को टीम में शामिल कर लिया गया और अब ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए अश्विन भी टीम में आ गए हैं। हालांकि इन दोनों में से किसी एक गेंदबाज को ही खेलने का मौका मिल पाएगा।
नई गेंद से तेज गेंदबाज ही गेंदबाजी करें - पियूष चावला
वहीं ईएसपीएन क्रिकइन्फो पर बातचीत के दौरान पियूष चावला से जब ये सवाल पूछा गया कि क्या नई गेंद से भी इन गेंदबाजों का प्रयोग किया जा सकता है तो उन्होंने कहा,
आप चाहते हैं इस फॉर्मेट में स्पिनर अगर नई गेंद से गेंदबाजी करें तो फिर वो विकेट चटकाएं ना कि सिर्फ रन रोकें। इसलिए तेज गेंदबाजों को नई गेंद से हटाना सही नहीं होगा। हां अगर पिच से बहुत ज्यादा टर्न मिल रहा है तब आप शुरुआत में स्पिनर्स को लगा सकते हैं।
आपको बता दें कि अश्विन की काफी समय बाद भारत की वनडे टीम में वापसी हो रही है। अश्विन ने अपना आखिरी वनडे जनवरी, 2022 में खेला था और इसके बाद से ही उन्हें 50 ओवर के फॉर्मेट में मौका नहीं मिला है। अब देखने वाली बात होगी कि ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान उनका परफॉर्मेंस कैसा रहता है। अगर उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी की तो फिर उन्हें वर्ल्ड कप टीम में मौका मिल सकता है।