Ravichandran Reaction on IPL Impact player rule: आईपीएल के 18वें सीजन से पहले मेगा ऑक्शन का आयोजन होगा, जिसमें इस बार कई बड़े नाम भी शामिल हो सकते हैं। बीसीसीआई ने अभी तक ऑक्शन को लेकर तारीख और नियमों का ऐलान नहीं किया है। वहीं, पूरी उम्मीद है कि आगामी सीजन में भी कुछ नए नियम देखने को मिल सकते हैं। वहीं, इस बीच रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को हटाने का विरोध किया है और इसका फायदा भी बताया है। अश्विन का मानना है कि इस नियम की वजह से युवा खिलाड़ी उभरते हैं।
इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर अश्विन ने दी बड़ी प्रतिक्रिया
क्रिस श्रीकांत के यूट्यूब शो चीकी चीका पर बात करते हुए रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम उतना बुरा नहीं है, क्योंकि क्रिकेट में इसका रणनीति जैसे तत्वों पर अधिक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, ऑलराउंडर्स को इसका ज्यादा फायदा नहीं मिलता। लेकिन उनके लिए इस नियम को इस्तेमाल करने से कोई रोक नहीं रहा। मौजूदा पीढ़ी ही ऐसी है कि हर युवा खिलाड़ी बल्लेबाज बनना चाहता है, गेंदबाजी करना किसी को पसंद नहीं। हालांकि, कुछ ऑलराउंडर्स इस नियम का पूरा फायदा उठा रहे हैं, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण वेंकेटेश अय्यर हैं।'
इसके साथ ही अश्विन ने आईपीएल 2024 के क्वालीफ़ायर 2 का भी जिक्र किया, जिसमें सनराइजर्स हैदराबाद ने शहबाज अहमद को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर लाया था और उन्होंने तीन विकेट हासिल किए थे। इस नियम से टीमों को गेंदबाजी का एक एक्स्ट्रा विकल्प मिलता है और मैच भी करीबी हो जाता है।
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण ही उभरे कई युवा खिलाड़ी
दाएं हाथ के दिग्गज स्पिनर का मानना है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम की वजह से ही शिवम दुबे, शहबाज अहमद और ध्रुव जुरेल से खिलाड़ी उभर कर सामने आए हैं। अगर ये नियम नहीं होता तो शायद जुरेल को कभी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिलता। इस नियम के चलते ही नए खिलाड़ियों को मौके मिल रहे हैं।
वहीं, अश्विन ने एक बार फिर 'राइट टू मैच' विकल्प का विरोध किया है और इसे खिलाड़ियों के लिए हानिकारक बताया। उन्होंने कहा कि फ्रेंचाइजी की जगह खिलाड़ियों को ये हक मिलना चाहिए है कि उनके ऊपर राइट टू मैच विकल्प इस्तेमाल होगा या नहीं।