धर्मशाला में खेला गया भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs ENG) का पांचवां और अंतिम मुकाबला ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के लिए यादगार रहा। मुकाबले में अश्विन उन चुनिंदा गेंदबाजों की लिस्ट का हिस्सा बने, जिन्होंने अपने करियर के 100वें टेस्ट में पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया। इस दौरान अश्विन ने एक अनोखा कारनामा भी किया, जो अभी तक कोई भी अंजाम नहीं दे पाया था। दाएं हाथ का यह ऑफ स्पिनर पहला ऐसा गेंदबाज बन गया है, जिसने अपने टेस्ट करियर के डेब्यू और 100वें मैच में पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया।
इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान रविचंद्रन अश्विन पारी में पांच विकेट लेने से चूक गए थे। उन्होंने 11.4 ओवर में 51 रन देकर चार सफलताएं हासिल की थी। हालाँकि, दूसरी पारी में अश्विन शुरुआत से ही इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर हावी नजर आये और लंच से पहले ही चार विकेट झटक लिए। इसके बाद, दूसरे सत्र में एक विकेट हासिल करते ही पारी में पांच विकेट पूरे किये। उन्होंने 36वीं बार ऐसा किया और भारत की तरफ से सबसे ज्यादा बार पारी में पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने। अश्विन ने 14 ओवर में 77 रन देकर पांच शिकार किये।
बता दें कि रविचंद्रन अश्विन ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में की थी। उस मुकाबले में अश्विन ने कुल नौ विकेट झटके थे, जिसमें पहली पारी में तीन और दूसरी पारी में छह विकेट लिए थे।
रविचंद्रन अश्विन ने 100वें टेस्ट में दर्ज किये सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े
अश्विन ने धर्मशाला टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर 9/128 के गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किये, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा उसके 100वें टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ हैं। इससे पहले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने साल 2006 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना 100वां टेस्ट खेला था और मैच में 9/141 के गेंदबाजी आंकड़े दर्ज किये थे।