हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) की तरह सिडनी टेस्ट मैच बचाने में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने भी अपना अहम योगदान दिया। रविचंद्रन अश्विन ने बल्लेबाजी और उस दौरान क्या चल रहा था, उन सभी चीजों के बारे में बीसीसीआई के वीडियो में बात की है। रविचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी दोनों इस वीडियो में बात कर रहे हैं। रविचंद्रन अश्विन ने कुछ अहम बातें बताई है।
अश्विन ने कहा कि मैं जब बल्लेबाजी के लिए गया तब नाथन लायन गेंदबाजी कर रहे थे। मैंने 3-4 गेंद के बाद थोड़ा स्ट्रेच किया तब पीठ में दर्द हो रहा था। इसके बाद मैंने विहारी से कहा कि मुझे ओवर द टॉप शॉट नहीं खेलना चाहिए था। इसके बाद मैंने एक ओवर नहीं खेला तो पीठ अकड़ रही थी इसलिए मैंने विहारी को कहा कि मैं खेलता रहूँगा वरना मेरी पीठ अकड़ रही है। इसके बाद मैंने चेस्ट गार्ड लगाया क्योंकि पैट कमिंस के तूफान की तरह स्पैल को मैंने देखा। थोड़ी किस्मत साथ थी और मुझे लगता है कि हमने अच्छी तरह उन्हें झेल लिया।
रविचंद्रन अश्विन का पूरा बयान
अश्विन ने कहा कि अंतिम सेशन में खेलने के बारे में मैं कुछ भी एक्सप्लेन नहीं कर पाऊंगा। यह पूरी तरह से एक स्पेशल फीलिंग थी। एक समय के लिए हम सुन्न हो गए थे और हमने इसका जश्न भी नहीं मनाया। हम हर गेंदबाज को खेलने के लिए एकदम फोकस थे। हम यही कर रहे थे और डिफेन्स करते रहे।
अश्विन ने कहा कि मैं पिछली रात को यही सोच रहा था कि अगर मैं एडिलेड में फाफ डू प्लेसी द्वारा की गई डेड बैटिंग कर पाऊं। जिस तरह से सुबह आकर ऋषभ पन्त ने बल्लेबाजी की, सब उम्मीदों को जगा दिया और मुझे लगता है कि पुजी और ऋषभ ने हमारे लिए नींव का पत्थर रखा।
गौरतलब है कि अश्विन और हनुमा विहारी दोनों अंतिम सेशन पूरा खेल गए और ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को विकेट लेने का कोई मौका ही नहीं मिला।