इंग्लैंड टीम (England Cricket Team) के 'बैजबॉल' एप्रोच को लेकर भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि इंग्लैंड के इस एप्रोच की काफी तारीफ हो रही है और काफी बातें इसको लेकर हो रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या हर एक देश में इंग्लैंड की टीम अपने इसी एप्रोच के तहत खेल पाएगी।
दरअसल टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के नए तरीके से खेलने को इंग्लिश मीडिया ने बैजबॉल नाम दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि हेड कोच ब्रेंडन मैकलम का निकनेम बैज है। मैकलम की अगुवाई में इंग्लैंड की टेस्ट टीम इस वक्त जबरदस्त आक्रामक क्रिकेट खेल रही है। इंग्लैंड ने पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट को आक्रामक अंदाज में खेलने की जो परम्परा विकसित की है, उसमें उन्हें सफलता भी मिली है। टीम ने कई मैचों में इसी एप्रोच के साथ जीत हासिल की।
देखना होगा दूसरे देशों में इंग्लैंड किस एप्रोच के साथ खेलती है - अश्विन
हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट मैच में भी टीम ने इसी रवैये के साथ खेला और सफलता हासिल की। हालांकि अश्विन का मानना है कि ये एप्रोच काफी सही है लेकिन इंग्लैंड की टीम क्या इसे हर एक देश में लागू कर पाएगी और इसी तरह से खेल पाएगी ? उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
कई सारे लोगों का कहना है कि इसी तरह से टेस्ट क्रिकेट खेला जाना चाहिए लेकिन जहां तक मेरा सवाल है तो मैं यही जानना चाहूंगा कि क्या वो साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंडिया, पाकिस्तान और श्रीलंका में लगातार ऐसा कर सकते हैं। इंग्लैंड उसी तरह से खेल रही है जो उनके मुताबिक है लेकिन रावलपिंडी टेस्ट मैच से पहले तक उन्होंने अपने ज्यादातर मुकाबले अपने होम ग्राउंड में खेले थे। पाकिस्तान में जीत हासिल करना काफी बड़ी बात है।