भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के प्रमुख स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) ने 2011 वर्ल्ड कप को याद करते हुए वर्तमान भारतीय टीम को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि 2011 की वर्ल्ड कप टीम काफी संतुलित थी और इसी वजह से टीम को सफलता मिली थी। वहीं वर्तमान भारतीय टीम की अगर बात करें तो एक सीरीज हारने पर जितनी टीम की आलोचना होती है उतनी आलोचना नहीं होनी चाहिए।
रविचंद्रन अश्विन ने आलोचकों पर पलटवार करते हुए कहा कि टीम इंडिया की इतनी ज्यादा आलोचना नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि श्रेयस अय्यर के इंजरी की वजह से भारतीय टीम के नंबर 4 की समस्या काफी बढ़ गई है।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान अश्विन ने कहा "श्रेयस अय्यर की इंजरी की वजह से हमारे पास ऑस्ट्रेलिया सीरीज में एक स्थिर नंबर 4 का बल्लेबाज नहीं था। सूर्यकुमार यादव लगातार तीन मैचों में जीरो पर आउट हो गए। इसके बाद उनके ऊपर सवाल उठाए जाने लगे कि क्या उन्हें वनडे क्रिकेट खेलना चाहिए या नहीं। भारत की हार के बाद से ही ये सवाल लगातार उठ रहे हैं।"
जरूरी नहीं है कि टीम हर समय जीत ही हासिल करे - अश्विन
अश्विन ने आगे कहा "हमेशा ये जरूरी नहीं है कि टीम इंडिया जीत ही हासिल करे। एक राय है कि भारत सबसे मजबूत टीम है। हम मजबूत टीम हैं इसमें कोई शक ही नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं हम ये मान लेते हैं कि हम हार ही नहीं सकते हैं। इसी वजह से लोग कई बार काफी आलोचना कर देते हैं। हर एक्सपर्ट काफी ज्यादा आलोचना करने लगता है।"
उन्होंने कहा "जब हमने 2011 का वर्ल्ड कप जीता था तो हमारी टीम काफी बैलेंस्ड थी और उसमें स्थिरता थी। मेरे हिसाब से हम खुद अपनी टीम की स्थिरता को कमजोर कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स को पता होना चाहिए कि कब क्या बोलना है।"