क्रिकेट में बॉलिंग करने से पहले नॉन स्ट्राइकर को रन आउट करना एक बड़ा विवाद का विषय है। जब भी कोई गेंदबाज गेंद फेंकने से पहले नॉन स्ट्राइकर बल्लेबाज को आउट करता है या करने का प्रयास करता है तो यह बहस का मुद्दा बन जाता है। ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बिग बैश लीग में देखने को मिला।
हाल ही में मेलबर्न स्टार्स के कप्तान एडम जम्पा (Adam Zampa) ने रेनेगेड्स के बल्लेबाज टॉम रोजर्स (Tom Rogers) को नॉन-स्ट्राइक एंड पर रन आउट करने का प्रयास किया। बस फिर क्या था, क्रिकेट की दुनिया में बहस शुरू हो गई और इस बहस में भारतीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का नाम ना हो, ऐसा कैसे हो सकता है।
असल में एडम जम्पा ने अपना गेंदबाजी एक्शन पूरा कर लिया था और जैसे ही गेंद उनके हाथ से निकलने वाले थी कि वो अचानक पीछे मुड़े और नॉन-स्ट्राइकर एंड पर मौजूद रॉजर्स को रनआउट कर दिया। रॉजर्स गेंदबाज के फॉलो-थ्रू कंप्लीट करने से पहले ही लाइन से आगे जा चुके थे। हालांकि, थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज को आउट करार नहीं दिया।
इस पूरी घटना के बाद क्रिकेटिंग वर्ल्ड में एक बार फिर बहस शुरू हो गई। एक गुट का मानना है कि ऐसा करना गेम ऑफ स्प्रिट यानी खेल भावना के खिलाफ है और दूसरे गुट का कहना है कि ऐसा करना पूरी तरह नियमों के अनुसार है और बिल्कुल सही भी है। रविचंद्रन अश्विन दूसरे गुट के लोगों में से एक हैं।
इस घटना के बाद अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा,
"मैं इस टॉपिक पर बार-बार बात करते-करते और अपने विचार लिखते-लिखते थक चुका है। जब भी ऐसी कोई घटना घटती है, तो लोग अपना प्रवचन देना शुरू कर देते हैं। हालांकि, इस पूरी घटना में मुझे सबसे अच्छा नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने के बाद एडम जम्पा का बल्लेबाज को घूरना लगा था। यह वर्ल्ड रेसलिंग फेडरेशन में द अंडरटेकर के घूरने जैसा था। जम्पा ने बल्लेबाज को एक भी शब्द नहीं कहा और बल्लेबाज भी हैरानी में चुपचाप बिना ये जाने खड़ा रहा कि वो रन आउट है या नहीं।"
आपको बता दें कि आईपीएल 2019 मे किंग्ल इलेवन पंजाब की ओर से खेलते हुए अश्विन ने भी राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज जॉस बटलर को नॉन-स्ट्राइकर एंड मांकड़ रन आउट किया था।
उस रन आउट के बाद भी क्रिकेट जगत में काफी बवाल मचा था, लेकिन अश्विन ने आईसीसी के नियमों का हवाला देते हुए अपने द्वारा किए गए रन आउट बिल्कुल सही ठहराया था।
इस बार बीबीएल सीजन 12 में भी एडम जम्पा ने ऐसा भी किया है और अश्विन उनके समर्थन में भी आगे आ गए हैं। अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए कहा,
"लोग इस आउट की वैधता के बारे में काफी बात करेंगे कि गेंदबाज ने अपना एक्शन पूरा किया था। लेकिन जरा देखिए, वह गेंदबाजी करने वाले थे और उसके पहले ही नॉन-स्ट्राइकर ने दौड़ना शुरू कर दिया था। जबकि नियम साफ तौर पर यह कहता है कि गेंदबाज के हाथ से गेंद रिलीज होते ही आप कहीं भी दौड़ सकते हैं, क्योंकि फिर गेंदबाज आपको नॉन-स्ट्राइक पर रन आउट नहीं कर सकता है।"
अश्विन के अनुसार गेंदबाज के हाथ से गेंद रिलीज होने के बाद भी नॉन-स्ट्राइकर का दौड़ना ठीक नहीं है क्योंकि इससे उन्हें अतिरिक्त फायदा मिलता है।
डेविड हसी को भी अश्विन ने दिया जवाब
रविंद्रचंद्रन अश्विन ने एडम जम्पा का समर्थन करने के अलावा मेलबर्न स्टार्स के कोच डेविड हसी के कमेंट की भी आलोचना की है। दरअसल हसी ने इस पूरे विवाद के बाद कहा कि अगर फील्ड अंपायर रॉजर्स को रन आउट दे भी देते तो वो अपील वापस ले लेते। उनके इस कमेंट पर अश्विन ने कहा,
"मुझे विश्वास नहीं होता कि उन्होंने (डेविड हसी) ने क्या कहा, क्योंकि अगर अपील वापस ही लेनी थी तो उन्होंने थर्ड अंपायर की मदद क्यों ली। आप थर्ड अंपायर के पास जाने से पहले ही अपनी उस अपील को आसानी से वापस ले सकते थे। और सबसे पहले आप अपील वापस क्यों लेंगे? एक गेंदबाज नॉन-स्ट्राइकर बल्लेबाज को रन आउट कर रहा है और कप्तान कहेगा कि यह गलत है? ऐसे में अगर कोई कप्तान अपील वापस लेता है तो यह उस गेंदबाज का कितना बड़ा अपमान है।"
"ऐसा करना गेंदबाज का अपमान है और फिर गेंदबाज को लगेगा कि जब मेरी टीम ही मेरा समर्थन नहीं कर रही है तो गेंदबाजी करने का मतलब ही क्या है। जब मेरे कोच और कप्तान ही मेरा समर्थन नहीं कर रहे हैं तो मैं आपके लिए गेंदबाजी क्यों करूं और मैच क्यों जिताऊं?"