बाएं हाथ के सीमर जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने खुलासा किया है कि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin)ने उन्हें 2020-21 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान मैसेज किया और भारतीय टीम में नहीं चुने जाने पर उनके साथ सहानुभूति व्यक्त की। उनादकट ने यह एक बड़ा खुलासा किया है। हालांकि यह पुरानी बात हो गई है।
ESPN को दिए एक इंटरव्यू में उनादकट ने कहा कि पिछले साल 2 जनवरी को अश्विन भाई ने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मुझे मैसेज किया था, जहां रिजर्व गेंदबाजों सहित टीम के लगभग हर सदस्य को चार टेस्ट मैचों की सीरीज (चोटों के कारण) खेलने का मौका मिला था। उन्होंने कहा कहा था कि मैं आपके लिए बुरा महसूस करता हूं और जिस तरह से आपने पिछले (रणजी) सीजन में प्रदर्शन किया है। लेकिन आप अपने खेल और मानसिकता के मामले में जहां हैं वहीं रहें। तुम्हारा समय भी आएगा।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम के कई खिलाड़ी चोट के कारण बाहर हो गए थे। उस दौरान शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और टी नटराजन को खेलने का मौका मिला था। उनादकट को शामिल नहीं किया गया था। उस स्थिति में उनको खेलने का मौका मिल सकता था लेकिन वह टीम में शामिल नहीं किये गए थे। टी नटराजन नेट गेंदबाज के तौर पर टीम के साथ गए थे।
उनादकट ने यह भी बताया कि एक समय था जब मुझसे कहा गया था कि तुम सीनियर गेंदबाज हो इसलिए नेट गेंदबाज के तौर पर हम तुम्हे नहीं लेना चाहेंगे। इसके लिए युवाओं को मौका दिया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया जैसे दौरे पर टीम जब जा रही थी तब यह मेरे लिए मुश्किल था। टीम में उस समय काफी खिलाड़ी गए थे।
जयदेव उनादकट का ध्यान अब रणजी ट्रॉफी की तरफ है। बीसीसीआई जल्दी ही रणजी ट्रॉफी शुरू करने की तारीखों का ऐलान कर सकती है।