टीम इंडिया अपनी सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली 4 मैचों की टेस्ट सीरीज (IND vs AUS) के लिए तैयार है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से इस टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। नागपुर में होने वाले पहले टेस्ट मैच के लिए दोनों ही टीमें तैयारी में जुटी हैं। इस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा लंबे समय के बाद नजर आ रहे हैं। पिछले साल एशिया कप के दौरान, उनके घुटने में चोट लग गई थी। बाएं हाथ के ऑलराउंडर को सर्जरी करानी पड़ी थी और इसी वजह से उन्हें टी20 वर्ल्ड कप से भी बाहर होना पड़ा था।
हालाँकि, रविंद्र जडेजा अब पूरी तरफ से फिट हो गए हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट के लिए भारतीय टीम से जुड़ गए हैं। लंबे समय के बाद एक बार फिर से टीम इंडिया की जर्सी में दिख रहे जडेजा बहुत ही उत्साहित हैं। वो अब करीब 5 महीनों के बाद इंटरनेशनल मैच में उतरने को लेकर काफी बेताब दिख रहे हैं। उन्होंने इस दौरान के अपने अनुभव को साझा किया।
घुटने की सर्जरी ना करवाता तो होती ज्यादा दिक्कतें - रविंद्र जडेजा
बीसीसीआई टीवी के साथ इंटरव्यू में जडेजा ने कहा,
मैं वापसी करने और भारत के लिए खेलने का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। मैं कुछ समय से अपने घुटने के साथ संघर्ष कर रहा था, इसलिए सर्जरी की जरूरत थी। मुझे यह फैसला लेना था कि वर्ल्ड कप से पहले सर्जरी के लिए जाना है या बाद में। डॉक्टरों ने सलाह दी कि मुझे वर्ल्ड कप से पहले ऐसा करना था क्योंकि अगर मैंने सर्जरी नहीं करवाई होती तो भी वर्ल्ड कप में खेलने की संभावना कम थी। इसलिए, मैंने इसके लिए जाने का मन बनाया।
इस चोट से उबरने में उन्होंने NCA के ट्रेनर और फिजियो को श्रेय दिया और कहा,
मैं बहुत उत्साहित हूं और अच्छा लग रहा है कि 5 महीने से ज्यादा समय के बाद में भारतीय जर्सी में हूं। मैं खुशकिस्मत हूं कि वापस मौका मिला है। सफर में काफी उतार चढ़ाव रहे क्योंकि 5 महीने आप क्रिकेट से दूर रहते हैं तो यह आसान नहीं है। एनसीए में जो फिजियो और ट्रेनर थे उन्होंने मेरे घुटने पर काफी मेहनत की है। रविवार को छुट्टी वाले दिन भी आकर उन्होंने मुझे समय दिया। मैं खुश हूं कि एक मैच खेलने के बाद यहां हूं। सभी के साथ तैयारी कर रहा हूं तो अच्छा लग रहा है। उम्मीद है यहां से आगे जो भी होगा अच्छा होगा।
आपको बता दें कि रविंद्र जडेजा को अपने घुटने की चोट से उबरने के बाद फिटनेस टेस्ट पास करने के लिए सेलेक्टर्स ने रणजी ट्रॉफी में उतरने को कहा था, जहां उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ सौराष्ट्र के लिए शानदार प्रदर्शन करते हुए आठ विकेट झटके, जिसमें एक पारी में सात विकेट भी शामिल हैं।