आईसीसी ने भारत के रविन्द्र जडेजा के ऊपर एक टेस्ट मैच का प्रतिबन्ध लगा दिया है। आईसीसी कोड ऑफ़ कंडक्ट के उल्लंघन के तहत 24 महीनों में जडेजा के 6 डिमेरिट पॉइंट हो गए हैं और इसी वजह से उन्हें श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकेले टेस्ट से बाहर कर दिया गया है। भारतीय क्रिकेट टीम के बहुत बड़ा झटका है, क्योंकि जडेजा बहुत ही बढ़िया फॉर्म में हैं और कोलंबो टेस्ट में उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था। जडेजा के ऊपर 50% मैच फीस का जुर्माना भी लगाया गया है। श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो टेस्ट के तीसरे दिन जडेजा को आईसीसी के प्लेयर और प्लेयर सपोर्ट के आर्टिकल 2.2.8 के उल्लंघन करने का दोषी पाया गया और इसी वजह से आईसीसी ने इतना बड़ा कदम उठाया। इसके तहत अगर कोई भी खिलाड़ी अगर गेंद या कोई भी ऐसी चीज़ जानबूझकर कर दूसरे खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, अंपायर, मैच रेफरी या किसी भी तीसरे व्यक्ति की तरफ गलत या खतरनाक तरीके से फेंकता है, तो उसे दोषी माना जा सकता है। इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ 2016 के इंदौर टेस्ट में जडेजा के ऊपर आर्टिकल 2.2.11 के उल्लंघन के कारण 50% मैच फीस जुर्माना लगा था और साथ ही तीन डिमेरिट पॉइंट भी मिले थे। अगर अगले 24 महीने में जडेजा के आठ डिमेरिट पॉइंट हो जाते हैं, तो फिर उनके चार सस्पेंसन पॉइंट हो जाएंगे और उनके ऊपर फिर से प्रतिबन्ध लग जाएगा। मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने इस आरोप पर रिपोर्ट तैयार की थी और जडेजा ने इसे मान लिया है और इस मामले को लेकर अब कोई सुनवाई नहीं होगी। जडेजा के ऊपर मैदान के दोनों अंपायर रॉड टकर और ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड, तीसरे अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ और चौथे अंपायर रुचिरा पलियागुरुगे ने ये आरोप लगाये थे। गौरतलब है कि दो सस्पेंसन पॉइंट होने पर खिलाड़ी के ऊपर एक टेस्ट/दो एकदिवसीय/दो टी20 और चार सस्पेंसन पॉइंट होने पर खिलाड़ी के ऊपर दो टेस्ट/चार एकदिवसीय/चार टी20 का प्रतिबन्ध लगाया जाता है।