पाकिस्तान और इंग्लैंड (PAK vs ENG) के बीच रावलपिंडी में पहला टेस्ट मैच खेला गया था और इस मुकाबले में काफी ज्यादा रन बने थे। इंग्लैंड ने जबरदस्त ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की थी और मुकाबले को भी अपने नाम किया था। वहीं रावलपिंडी की पिच को लेकर पाकिस्तान टीम के लिए अच्छी खबर नहीं आई है। आईसीसी ने इस पिच को औसत से नीचे का करार दिया है। ये लगातार दूसरी बार है जब रावलपिंडी की पिच को एवरेज प्वॉइंट मिला है।
इससे पहले मार्च 2022 में भी यहां पर ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच खेला गया था और उस वक्त भी इस पिच को आईसीसी ने औसत से नीचे करार दिया था और अब एक बार फिर वैसा ही हुआ है। आईसीसी के नियमों के मुताबिक अगर पांच साल के दौरान किसी वेन्यू को पांच डिमेरिट प्वॉइंट मिल जाते हैं तो फिर वहां पर एक साल के लिए इंटरनेशनल मैचों का आयोजन बैन हो जाता है। ऐसे में अगर पिंडी क्रिकेट स्टेडियम को एक बार और एवरेज से नीचे पाया गया तो फिर इस स्टेडियम पर एक साल के लिए इंटरनेशनल मैचों के आयोजन का बैन लग सकता है।
इस पिच पर गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था - मैच रेफरी
मैच रेफरी एंडी पायक्राफ्ट ने इस फैसले को लेकर कहा 'रावलपिंडी की पिच काफी फ्लैट थी और किसी भी तरह के बॉलर्स को इस पर मदद नहीं मिली। इसी वजह से बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए और दोनों ही टीमों ने बड़े स्कोर खड़े किए। पूरे मैच के दौरान पिच में कोई भी बदलाव नहीं हुआ। चुंकि गेंदबाजों के लिए इस पिच पर कुछ भी नहीं था इसी वजह से आईसीसी के गाइडलाइन के हिसाब से मैंने इस पिच को औसत से नीचे पाया।'
आपको बता दें कि पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच रावलपिंडी में हुए टेस्ट मैच में कुल मिलाकर 1768 रन बने थे और इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये पिच बल्लेबाजी के लिए कितनी सपाट थी।