ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले (WTC Final) में भारतीय टीम की हार को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि दोनों टीमों के बीच सबसे बड़ा अंतर क्या था। रिकी पोंटिंग के मुताबिक भारत के जो बड़े खिलाड़ी थे वो जरूरत के समय परफॉर्म नहीं कर पाए, जबकि कंगारू टीम के बड़े प्लेयर्स ने अपना योगदान दिया।
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बुरी तरह हार गई। ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को खेल के आखिरी दिन 209 रन से हरा दिया। 444 रनों के टार्गेट का पीछा करती हुई भारतीय टीम सिर्फ 234 रन बनाकर सिमट गई। कोई भी बल्लेबाज टिककर लंबी पारी नहीं खेल पाया और इसके साथ ही टीम का आईसीसी टाइटल जीतने का सपना एक बार फिर टूट गया। भारतीय टीम पिछले 10 साल से एक भी आईसीसी टाइटल नहीं जीत पाई है और लगातार नॉकआउट में आकर हार रही है।
ऑस्ट्रेलिया के सीनियर प्लेयर्स ने अपना योगदान दिया - रिकी पोंटिंग
भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में सीनियर खिलाड़ी ज्यादा योगदान नहीं दे पाए। बल्लेबाजी में दिग्गज प्लेयर्स पूरी तरह से फ्लॉप रहे और रिकी पोंटिंग का मानना है कि इसी वजह से भारतीय टीम इस मुकाबले में पीछे रह गई।
उन्होंने मैच के बाद आईसीसी से बातचीत में कहा "मेरे हिसाब से दोनों टीमों के बीच सबसे बड़ा अंतर ये रहा कि ऑस्ट्रेलिया के बड़े खिलाड़ियों ने अपनी टीम के लिए योगदान दिया और स्टीव स्मिथ ने आगे बढ़कर इसका नेतृत्व किया। इसके अलावा ट्रैविस हेड का योगदान काफी जबरदस्त रहा। गेंदबाजों ने काफी बेहतरीन काम किया। ये गेम काफी अच्छी खेल भावना के तहत खेला गया। मेरे हिसाब से पिछले पांच-छह सालों में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया मैचों में ये बहुत बड़ा बदलाव आया है कि कंपटीशन तो काफी तगड़ा होता है लेकिन खेल भावना बनी रहती है और खिलाड़ी एक दूसरे से बातचीत करते रहते हैं।"