ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने एजबेस्टन टेस्ट मैच में अपने ताबड़तोड़ शतक का श्रेय बचपन के कोच तारक सिन्हा को दिया है। पंत के मुताबिक तारक सिन्हा हमेशा उन्हें अपने डिफेंस पर ध्यान देने के लिए कहते थे, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में डिफेंस की काफी अहमियत होती है।
इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने मुश्किल परिस्थितियों में जबरदस्त शतक लगाया। पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम 98 रनों तक अपने 5 विकेट गंवा चुकी थी। टीम इंडिया काफी मुश्किल में दिख रही थी लेकिन इसके बाद ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा ने पारी को संभाल लिया और छठे विकेट के लिए 222 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की।
पंत ने इस पार्टनरशिप के दौरान काफी आक्रामक बल्लेबाजी की। उन्होंने सिर्फ 111 गेंद पर 20 चौके और 4 छक्के की मदद से 146 रनों की जबरदस्त पारी खेली और टीम को एक बेहतरीन स्थिति में पहुंचा दिया।
टेस्ट क्रिकेट में डिफेंस काफी जरूरी होता है - ऋषभ पंत
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऋषभ पंत ने अपने इस शतक का श्रेय बचपन के कोच चारक सिन्हा को दिया। उन्होंने कहा,
तारक सर मुझसे हमेशा कहते थे कि मेरे अंदर हिट करने की क्षमता है लेकिन मुझे अपने डिफेंस पर ध्यान देना होगा। तबसे लेकर मैं अपने डिफेंस पर काम कर रहा हूं। जब आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हों तो फिर डिफेंस काफी जरूरी हो जाता है। आप हर एक गेंद पर अटैक भी नहीं कर सकते हैं और ना ही हर एक गेंद पर डिफेंस कर सकते हैं। मैं गेंद की मेरिट के हिसाब से खेलने का प्रयास करता हूं।
वहीं पंत ने आगे अपने बल्लेबाजी पोजिशन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। रिपोर्टर द्वारा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने ये जवाब दिया। पंत ने अपने बैटिंग पोजिशन को लेकर कहा कि वो पांचवें नंबर पर ही खेलने वाले थे।