विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पन्त(Rishabh Pant) शनिवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के इतिहास में टीम का नेतृत्व करने वाले पांचवें सबसे युवा कप्तान बन गए। उन्होंने यह कीर्तिमान तब बनाया जब वह महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की अगुवाई वाली चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के खिलाफ टॉस के लिए मैदान पर उतरे। दिल्ली कैपिटल्स ने अपने नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर के कंधे की चोट के कारण बाहर होने के बाद आईपीएल 2021 के लिए पन्तको अपना कप्तान बनाया था। पन्तने पिछले दिनों दिल्ली की राज्य टीम की कप्तानी की। वह 2017 में सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में दिल्ली के कप्तान थे।
आईपीएल इतिहास में पहली बार कप्तानी करते हुए ऋषभ पन्त को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम का सामना करना पड़ा है। ऋषभ पन्त ने महेंद्र सिंह धोनी को अपना गुरु माना है और कहते भी रहे हैं कि मैं माही भाई से सीखता हूँ।
23 साल की उम्र में स्टीव स्मिथ, विराट कोहली (आरसीबी), सुरेश रैना (सीएसके) और श्रेयस अय्यर (दिल्ली कैपिटल्स) के बाद पन्तआईपीएल में पांचवें सबसे युवा कप्तान बन गए हैं। पन्त के पास बेहतरीन टीम है जिसे पिछले साल श्रेयस अय्यर अपनी कप्तानी में फाइनल तक लेकर गए थे। दिल्ली ने अय्यर की कप्तानी में पिछले दो सत्रों में प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई किया था यही वजह है कि इस साल पन्तपर भी ऐसा ही करने का थोड़ा दबाव होगा।
इस साल अगर दिल्ली कैपिटल्स की टीम आईपीएल जीतने में सफल रहती है, तो ऋषभ पन्त इस ख़िताब को जीतने वाले सबसे युवा कप्तान बन जाएंगे। हालांकि यह राह इतनी आसान भी नहीं होगी। इसके लिए दिल्ली की टीम को सामूहिक प्रयास करते हुए निरंतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता होगी। टीम में कुछ सीनियर खिलाड़ी होने से पन्त को मार्गदर्शन भी मिलता रहेगा। देखना होगा कि दिल्ली इस बार कैसा खेल दिखाएगी।