भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) ने अपने करियर के अहम मोड़ का जिक्र किया है। पन्त ने कहा है कि 2022-21 का ऑस्ट्रेलिया (Australia) दौरा उनके जीवन का अहम पल था। उस समय में उन्होंने दर्द निवारक इंजेक्शन लेने के बाद भी मेजबान टीम के खिलाफ खेलते हुए टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।
ड्रीम 11 के यूट्यूब चैनल पर बातचीत में पन्त ने कहा कि किस तरह टीम से बाहर होने के बाद उन्होंने किसी से बात नहीं की। पन्त ने कहा कि मैं किसी से बात नहीं कर रहा था, यहां तक कि परिवार या दोस्तों से भी नहीं। मुझे अपना स्पेस चाहिए था। मैं हर दिन अपना 200 प्रतिशत देना चाहता था।
उन्होंने कहा कि अचानक सब कुछ रुक गया था। मैं दो प्रारूपों से बाहर हो गया था। शोर बड़ा और बड़ा होता जा रहा था। सब मुझसे कहते रहे कि यह संभव नहीं है। मैं अकेला बैठकर सोच रहा था कि एक व्यक्ति के रूप में मैं क्या कर सकता हूँ।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिडनी टेस्ट में मैच बचाने वाली पारी को याद करते हुए पन्त ने बयान दिया। एल्बो में दर्द के बाद उन्होंने इंजेक्शन लेकर नेट्स पर बल्लेबाजी की। पन्त ने कहा कि मैं सोच रहा था कि कमिंस और स्टार्क तेज गेंदबाजी कर रहे हैं। मैं गेंद से लगने से डर रहा था। उन्होंने कहा कि उस मैच में टीम के लिए जीत दर्ज नहीं कर पाने और शतक पूरा नहीं कर पाने से मैं निराश था।
गौरतलब है कि ऋषभ पन्त ने सिडनी टेस्ट मैच में 97 रन बनाते हुए मैच बचाने वाली पारी खेली। इसके बाद गाबा टेस्ट मैच में भी उन्होंने तेज बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत दिलाई थी। भारतीय टीम ने सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम को पराजित कर दिया था।