ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट मैच में अपनी धुआंधार शतकीय पारी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि बल्लेबाजी के दौरान उनका एप्रोच क्या था और साथ ही पंत ने अपने बैटिंग पोजिशन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी।
ऋषभ पंत ने एजबेस्टन टेस्ट मैच में सिर्फ 111 गेंद पर 20 चौके और 4 छक्के की मदद से 146 रनों की जबरदस्त पारी खेली। उन्होंने एक बार फिर से दिखाया कि क्यों वो इस वक्त भारत के बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाजों में से एक हैं। जिस तरह से टीम के 5 विकेट गिरने के बाद उन्होंने शतक लगाया वो काबिलेतारीफ है। उन्होंने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 222 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में छठे विकेट के लिए ये सबसे बड़ी भारतीय साझेदारी है।
मैं गेंदबाजों की लाइन-लेंथ बिगाड़ना चाहता था - ऋषभ पंत
अपने शतक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंत ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने बताया कि उनकी रणनीति क्या थी और जेम्स एंडरसन के खिलाफ उन्होंने आक्रामक रवैया क्यों अपनाया। पंत ने कहा,
इंग्लैंड की परिस्थितियों में अगर कोई गेंदबाज एक ही लाइन पर लगातार गेंदबाजी कर रहा है तो फिर उससे बल्लेबाजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसीलिए यहां पर गेंदबाजों की लाइन-लेंथ बिगाड़ना काफी जरूरी है। मैं लगातार एक ही तरह के शॉट खेलने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं क्रीज का अच्छी तरह से प्रयोग करता हूं। मैं केवल प्रोसेस पर ध्यान दे रहा था और रिजल्ट के बारे में नहीं सोच रहा था।
वहीं पंत ने आगे अपने बल्लेबाजी पोजिशन को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। रिपोर्टर द्वारा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने ये जवाब दिया। पंत ने अपने बैटिंग पोजिशन को लेकर कहा,
मैं हमेशा पांचवें नंबर पर ही बल्लेबाजी करने वाला था।