Rishabh Pant talks about Shot Selection: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) की चैंपियन टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें पूरे टूर्नामेंट में टूरिस्ट बनकर रहना पड़ा। इस खतरनाक बल्लेबाज को एक भी मैच का मौका नहीं मिल सका। ऋषभ पंत अपनी एक विस्फोटक बल्लेबाजी शैली के लिए जाने जाते हैं, जिन्हें हार्ड हिटिंग में महारथ हासिल है। लेकिन पंत के तीनों ही फॉर्मेट में शॉट सेलेक्शन को लेकर अक्सर ही आलोचना का शिकार होना पड़ता है। क्योंकि वो कई बार गलत शॉट से अपना विकेट फेंक देते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में खिताबी जीत के बाद इस स्टार खिलाड़ी ने शॉट सेलेक्शन को लेकर खुलकर बात की। जिसमें उन्होंने अपने शॉट के चयन को लेकर काफी अहम बातें सामने रखी हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने जियोहॉटस्टार के साथ बात करते हुए कहा,
"मुझे लगता है कि ऐसा ज्यादातर इसलिए होता है क्योंकि मैं अपने नीचे वाले हाथ को बहुत हल्के से पकड़ता हूं। मैं मुख्य रूप से अपने लोअर हैंड का इस्तेमाल सहारे के लिए करता हूं क्योंकि कई बार यह हावी होने लगता है। इसलिए, मैं अपने अपर हैंड को मज़बूती से पकड़ने पर फोकस करता हूं। लेकिन जब मैं ओवररीच करता हूं - खासकर जब गेंद बहुत वाइड या बहुत छोटी होती है - तो यह हमेशा आइडियल हिटिंग ज़ोन में नहीं होता है। कभी-कभी, मैं जो शॉट लगाने की कोशिश करता हूं, उसका सक्सेस रेट केवल 30-40 परसेंट हो सकता है, लेकिन मैच की स्थिति के आधार पर, मैं यह रिस्क उठाने को तैयार हूं। यही मेरी मानसिकता है।"
इसके बाद ऋषभ ने आगे कहा,
"जब मैं मौका पाकर आगे बढ़ता हूं, तो मुझे बैलेंस बनाए रखने के लिए कुछ करना पड़ता है। कई बार ऐसा लग सकता है कि मैं बल्ला थ्रो कर रहा हूँ, लेकिन वास्तविक में मैं बस उस गेंद का पूरा फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रहा होता हूं। अगर मेरा बल्ला फिसल जाता है, अगर वह मेरे हाथ में नहीं है, या फिर अगर वह मेरे सिर पर लग जाता है - तो उस समय मेरा एकमात्र फोकस बाउंड्री लगाना होता है।"