भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी, तब यही लग रहा था कि यह खिलाड़ी काफी लम्बा खेलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अपने करियर में गिरावट का कारण बताते हुए उथप्पा ने कहा कि हर बार उनकी पोजीशन बदलने से उन्हें नुकसान हुआ। 20 साल के उथप्पा ने डेब्यू वनडे मैच में इंग्लैंड (England) के खिलाफ 86 रन बनाए थे।
एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए इस बल्लेबाज ने कहा कि मेरे अंतरराष्ट्रीय करियर के आंकड़े आप देखें, तो पाएंगे कि मैंने तीन से ज्यादा मैचों में एक जगह पर बैटिंग नहीं की। हर तीसरे मैच में मुझे एक नई जगह पर खिलाया जाता था। अगर मैं एक ही जगह पर बैटिंग करता तो 49 की जगह 149 या 249 मैच खेल जाता।
रॉबिन उथप्पा का पूरा बयान
उथप्पा ने कहा कि उस समय मैंने ऐसा किया क्योंकि टीम को इससे फायदा हो रहा था लेकिन बदले में मेरे करियर के आंकड़े खराब हो रहे थे। उथप्पा ने बार-बार बल्लेबाजी पोजीशन में बदलाव को अपने करियर के लिए नुकसान का सौदा माना।
गौरतलब है कि उथप्पा ने 2006 और 2015 के बीच भारत के लिए 46 एकदिवसीय और 13 टी20 मैच खेले। हालांकि वह कभी भी एक निश्चित जगह पर नहीं खेले। इतनी कम उम्र में बल्लेबाजी का आगाज करने का मौका मिलने के बावजूद उथप्पा लगातार बल्लेबाजी क्रम में घूमते रहे। उन्होंने ओपनिंग स्लॉट में 16 पारियों में बल्लेबाजी की। सात बार नम्बर 3 पर बल्लेबाजी की। इसके अलावा उन्होंने पांच बार नम्बर 5 पर और छह बार नम्बर 6 पर बल्लेबाजी की। नम्बर 7 पर उन्होंने आठ बार बैटिंग की।
इस तरह उनकी बल्लेबाजी क्रम को हर बार बदला गया। यही कारण था कि उथप्पा के गेम में भी निरन्तरता नहीं रह पाई। वह लम्बे समय तक खेलने की योग्यता भी रखते थे।