भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने बीसीसीआई से अपील की है कि भारतीय खिलाड़ियों को कम से कम दो विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति दी जाए। इससे पहले हाल ही में सुरेश रैना और इरफान पठान ने भी बिना कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों के विदेशी टी20 लीग में खेलने की बात की वकालत की थी।
रॉबिन उथप्पा ने बीबीसी से बात करते हुए कहा -
प्लीज हमें बाहर खेलने की अनुमति दें। जब हमें बाहर जाकर खेलने की इजाजत नहीं मिलती है, तो काफी दुःख होता है। अगर हमें कम से कम दो लीग में खेलने की अनुमति मिलेगी, तो इससे हमें भी काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा।
उथप्पा ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का भी जिक्र करते हुए कहा -
सौरव गांगुली हमेशा आगे की सोचते हैं और वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो भारत को आगे ले जाने की सोचते हैं। आज भारतीय क्रिकेट जहाँ है, उसकी नींव उन्होंने ही रखी थी। मुझे उम्मीद है कि वह जल्द ही इस मुद्दे पर विचार करेंगे।
यह भी पढ़ें: बिना कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों को दूसरी लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए - सुरेश रैना
बीसीसीआई ने दिया था सुरेश रैना को जवाब
इससे पहले सुरेश रैना ने कहा था," मैं चाहता हूं कि बीसीसीआई, आईसीसी या फ्रेंचाइजी के साथ मिलकर कुछ प्लानिंग करे, ताकि बिना कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ी विदेशी टी20 लीग में हिस्सा ले सकें।" उन्होंने युसूफ पठान और रॉबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ियों का उदाहरण दिया, जिनके पास फ़िलहाल कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं है। रैना ने कम से कम दो लीग में खेलने की अनुमति देने का विचार रखा था।
इरफान पठान ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा कि हर देश में माहौल अलग होता है। माइकल हसी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 29 साल की उम्र में डेब्यू किया, लेकिन भारत में कोई 30 साल की उम्र में डेब्यू नहीं कर सकता। इरफान ने कहा कि जो खिलाड़ी 30 साल से ऊपर के हैं और अगर भारत के लिए उनके खेलने की संभावना न के बराबर है, तो फिर उन्हें विदेशी लीग में खेलने की अनुमति मिलनी चाहिए।
इसके जवाब में बीसीसीआई के ऑफिसियल ने कहा था कि जो खिलाड़ी संन्यास के नजदीक हैं, अगर वो विदेशी लीग में खेलने की बात कर रहे हैं तो ये ठीक है, लेकिन फिर भी हमारे तरफ से कोशिश रहेगी कि भारतीय क्रिकेटर लीग में मामले में आईपीएल तक सीमित रहें और बिना कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों को आईपीएल में अच्छी रकम मिले। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य को देखते हुए इन खिलाड़ियों का ऐसा सोचना गलत नहीं है, लेकिन यह उनका निजी विचार है।