टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने रोहित शर्मा पर सवाल उठाए हैं। गौतम गंभीर का कहना है कि विराट कोहली के पास स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता है और यही चीज उन्हें बेहतरीन प्लेयर बनाती है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ रोहित शर्मा इस चीज में उतने माहिर नहीं हैं। उन्होंने बताया कि क्यों विराट कोहली औरों से अलग प्लेयर हैं।
स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में गौतम गंभीर ने विराट कोहली की काफी तारीफ की और बताया कि क्यों वे तीनों फॉर्मेट में इतने सफल हैं।
गौतम गंभीर ने कहा 'तीनों फॉर्मेट में सफल होने के लिए आपको अपने खेल में बदलाव करने की कोई जरुरत नहीं है, केवल माइंडसेट में बदलाव लाना है। तकनीक वही रहती है। अगर आप कवर ड्राइव खेल रहे हैं तो कवर ड्राइव ही रहेगा, चाहें आप उसे टेस्ट क्रिकेट में खेलें या फिर टी20 क्रिकेट में।
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गौतम गंभीर ने आगे कहा 'टी20 में आप हर गेंद पर रन बनाने की कोशिश करते हैं। आप हर गेंद पर छक्का लगाने की कोशिश करते हैं, उसके बाद चौका, 3 रन, दो रन और 1 रन लेने की कोशिश करते हैं। वहीं टेस्ट क्रिकेट में आप हर गेंद को बाउंड्री के बाहर भेजने की कोशिश नहीं करते हैं। आप तब भी रन बनाना चाहते हैं लेकिन तब आपका माइंडसेट बदल जाता है।'
गौतम गंभीर ने बताया कि क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में विराट कोहली की सफलता का राज क्या है।
गंभीर ने कहा ' टी20 क्रिकेट में लोग डॉट गेंद को ज्यादा अहमियत नहीं देते हैं। अगर आप कम डॉट गेंद खेलेंगे तो आप हमेशा ही कम दबाव महसूस करेंगे। आप हर गेंद पर स्ट्राइक रोटेट कर सकते हैं। क्रिकेट में सबसे आसान काम है चौके और छक्के मारना, जिसमें रिस्क भी ज्यादा होता है। जब तक आप आउट नहीं हो जाते हैं तब तक आपको चौके-छक्के मारने पर काफी तारीफ मिलती है। लेकिन दुनिया में बहुत कम ही ऐसे खिलाड़ी हैं जो हर गेंद पर स्ट्राइक रोटेट कर सकते हैं। विराट कोहली इस काम में माहिर हैं और इसीलिए वो बाकी खिलाड़ियों से अलग हैं।
गौतम गंभीर ने कहा 'रोहित शर्मा के अंदर वो क्वालिटी नहीं है जो विराट कोहली के अंदर है। कोहली अच्छी तरह से स्ट्राइक रोटेट कर लेते हैं लेकिन रोहित शर्मा ऐसा नहीं कर पाते हैं। रोहित शर्मा बड़े शॉट्स खेल सकते हैं लेकिन स्ट्राइक रोटेट करने के मामले में कमजोर हैं और इसी वजह से वो इतने कनसिस्टेंस नहीं हैं। क्रिस गेल और एबी डीविलियर्स के पास भी ये क्षमता नहीं है।'