Rohit Sharma on his International career: रोहित शर्मा ने 2008 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था और अब तक उनका इंटरनेशनल करियर 17 साल का हो चुका है। उनके करियर में काफी उतार-चढ़ार भी रहे हैं। पहले छह साल में उनका प्रदर्शन कुछ खास प्रभावी नहीं रहा था, लेकिन 2013 में ओपनिंग शुरू करने के बाद से उनका करियर एकदम से बदल गया। 2011 में वनडे विश्व कप नहीं खेल पाने वाले रोहित की कप्तानी में भारत ने 2024 में टी-20 विश्व कप जीता था। अब मुंबई इंडियंस के साथ एक इंटरव्यू में रोहित ने अपने इंटरनेशनल करियर को लेकर बातचीत की है।
रोहित का कहना है कि परिणाम की चिंता किए बिना हमेशा दिल मजबूत रखना और हंसते रहना सबसे अहम है।
उन्होंने कहा, मेरा 17-18 साल का करियर हमेशा उतार-चढ़ाव भरा रहा है। इसने मुझे जीवन में कई चीजें सिखाई हैं। पिछले नौ महीने भी ऐसे ही रहे। चाहें हम हारें या जीतें हमें स्माइल करना होगा। ये काफी साधारण लाइन है, लेकिन इसका मतलब काफी बड़ा है। दिन के अंत में आप कोशिश करते हैं और स्माइल करने के बहाने खोजते हैं और शांति तथा खुशी हासिल करना चाहते हैं। यही कारण है कि जब ग्रुप में हम बात करते हैं तो खिलाड़ी या टीम के तौर पर हम हमेशा इस बारे में बात करते हैं। आगे बढ़ना की कोशिश करिए या रास्ता निकालिए। चाहें हम जीतें या हारें।
पिछले नौ महीनों की बात करें तो रोहित का करियर और जीवन दोनों काफी उतार-चढ़ाव से गुजरा है। IPL 2024 से पहले उन्हें फ्रेंचाइजी ने कप्तानी से हटा दिया था और टीम अंक तालिका में आखिरी स्थान पर रही थी। इसके बाद भारत ने टी-20 विश्व कप जीता था। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलने के बाद भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में भी टेस्ट सीरीज में हार मिली थी। रोहित ने वहां एक मैच में खुद को ही ड्रॉप कर लिया था। इसके बाद उन्हें टीम से हटाए जाने की मांग हो रही थी। हालांकि, उनकी कप्तानी में ही भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीता है। इस टूर्नामेंट में बल्लेबाज के रूप में रोहित खास सफल नहीं हुए थे, लेकिन उनकी कप्तानी काफी शानदार रही थी।