Rohit Sharma on Ravichandran Ashwin Retirement: भारतीय क्रिकेट में बुधवार सुबह फैंस को तब बड़ा झटका लगा, जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के खत्म होते ही दिग्गज गेंदबाज आर अश्विन ने संन्यास ले लिया। भारत के लिए पिछले करीब 15 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी सेवाएं दे रहे अश्विन ने अचानक ही अपने करियर को थामने का फैसला किया।
अश्विन ने संन्यास लिया, वो हमारे लिए तो हैरान करने वाला फैसला था, लेकिन टीम इंडिया में उनके साथी उनके रिटायरमेंट को लेकर पहले से ही जानते थे। क्योंकि अश्विन ने भले ही ब्रिस्बेन टेस्ट में संन्यास का ऐलान किया, लेकिन वो तो पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद ही ये फैसला लेना चाहते थे, लेकिन उन्हें तब ये करने से कप्तान रोहित शर्मा ने रोका।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच के बाद ही आर अश्विन संन्यास लेना चाहते थे, लेकिन उन्हें तब कप्तान रोहित शर्मा ने रोका और उन्हें कम से कम एडिलेड में होने वाले पिंक बॉल टेस्ट मैच के बाद संन्यास लेने के लिए मनाया। अब इसका खुलासा खुद कप्तान ने किया।
कप्तान रोहित ने पिंक बॉल टेस्ट तक रूकने को कहा
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया,
"जब में पर्थ आया तो मैंने आर अश्विन के संन्यास के बारे में सुना। मैं टेस्ट के पहले कुछ दिनों तक वहां नहीं था। तभी से उनके दिमाग में यह बात थी। जाहिर तौर पर इसके पीछे कई चीजें हैं।"
इसके बाद हिटमैन ने आगे कहा,
"अश्विन खुद इसका जवाब देने में सक्षम होंगे। वह समझते हैं कि हम किस तरह के संयोजन के बारे में सोच रहे हैं। जब हम यहां आए थे, तब भी हम निश्चित नहीं थे कि कौन सा स्पिनर खेलने जा रहा है। हम सिर्फ यह आकलन करना चाहते थे कि हम किस तरह की परिस्थितियों में खेलेंगे। लेकिन हां, जब मैं पर्थ पहुंचा तो हमने बातचीत की और किसी तरह उन्हें पिंक बॉल वाले टेस्ट मैच के लिए रुकने के लिए मना लिया। ऐसा इसलिए हुआ कि उन्हें लगा कि अगर अभी सीरीज में मेरी जरूरत नहीं है, तो बेहतर होगा कि मैं खेल को अलविदा कह दूं।"