Rohit Sharma Had Raised His Voice for Support Staff : टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। कप्तान रोहित शर्मा टीम के कोचिंग स्टाफ के लिए अपने बोनस प्राइज मनी की कुर्बानी देना चाहते थे। रोहित शर्मा का मानना था कि सभी कोचिंग स्टाफ को बराबर पैसे मिलने चाहिए और इसके लिए वो अपने बोनस का भी त्याग करने के लिए तैयार हो गए थे।
दरअसल भारत के टी20 वर्ल्ड कप का टाइटल जीतने के बाद बीसीसीआई ने ईनामी राशि का ऐलान किया था। भारतीय टीम की इस ऐतिहासिक सफलता के बाद बीसीसीआई ने टीम के ऊपर पैसों की बारिश कर दी और 125 करोड़ की ईनामी राशि का ऐलान किया था। इसके तहत सभी 15 खिलाड़ियों और हेड कोच राहुल द्रविड़ को 5-5 करोड़ मिलने थे, जबकि बाकी कोचिंग स्टाफ को ढाई-ढाई करोड़ दिया जाना था।
रोहित शर्मा ने हर एक सपोर्ट स्टाफ को बराबर पैसे देने की डिमांड की
हालांकि रोहित शर्मा इस बात से खुश नहीं थे कि खिलाड़ियों को और हेड कोच को 5-5 करोड़ मिल रहे हैं, जबकि बाकी कोचिंग स्टाफ को ढाई-ढाई करोड़ ही मिल रहे हैं। रोहित शर्मा ने सबको 5-5 करोड़ दिए जाने की मांग की थी और इसके लिए वो अपने 5 करोड़ तक देने को तैयार हो गए थे। टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ के लिए रोहित शर्मा अपने 5 करोड़ कुर्बान करने के लिए तैयार हो गए थे। इसका खुलासा खुद एक स्टाफ मेंबर ने किया है। उन्होंने कहा,
जब 125 करोड़ रुपए बांटे गए तो फिर रोहित शर्मा ने अपनी आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि बाकी सपोर्ट स्टाफ को इतने कम पैसे नहीं मिलने चाहिए। इसके लिए वो अपना बोनस भी देने को तैयार हो गए थे।
आपको बता दें कि कप्तान रोहित शर्मा के अलावा हेड कोच राहुल द्रविड़ ने भी यह मुद्दा उठाया था। वो भी अकेले 5 करोड़ नहीं लेना चाहते थे। खबरों के मुताबिक राहुल द्रविड़ ने अकेले 5 करोड़ लेने से इंकार कर दिया और ढाई करोड़ रुपए ही लिए। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक राहुल द्रविड़ नहीं चाहते थे कि उन्हें टीम के बाकी सपोर्ट स्टाफ से ज्यादा पैसे मिलें।