Indian Cricket Team Weakness: भारतीय टीम सितंबर में बांग्लादेश के साथ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलती हुई दिखाई देने वाली है। इस सीरीज से टीम इंडिया अपने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के अभियान की शुरुआत भी करने जा रही है। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले भारतीय टीम के पास 10 टेस्ट मैच बचे हुए हैं।
वहीं दूसरी तरफ टीम इंडिया के नए सहायक कोच रेयान टेन डेशकोटे ने भारतीय टीम की स्पिन के प्रति कमजोरी पर चिंता जाहिर की है। नए कोच का मानना है कि कभी स्पिन को खेलना टीम इंडिया की ताकत माना जाता था लेकिन अब कुछ समय से भारतीय टीम स्पिन गेंदबाजों के प्रति संघर्ष करती हुई दिखाई देती है।
नए सहायक कोच रयान टेन डेशकोटे ने जताई चिंता
टीम इंडिया के नए सहायक कोच रयान टेन डेशकोटे का मानना है कि पिछले कुछ समय से टीम इंडिया के बल्लेबाजों को स्पिन गेंदबाजों के सामने संघर्ष करना पड़ रहा है जबकि स्पिन को खेलना टीम इंडिया की ताकत माना जाता था। रयान टेन डेशकोटे ने कहा,
विदेशों में खेलने को लेकर टीम इंडिया की मानसिकता इतनी प्रेरित हो गई है कि उनका स्पिन खेलने से ध्यान हट गया है जो कभी उनकी ताकत होती थी। हालांकि टीम इंडिया के प्रदर्शन में तेज गेंदबाजों के प्रति सुधार आया है। लेकिन मैं टीम इंडिया को उस स्थिति में फिर से लाने के लिए उत्सुक हूं जब वे स्पिन पर हावी होंगे। हमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई करना है उसके लिए हम पूरी कोशिश करेंगे। अब हमारे पास 10 टेस्ट मैच बचे हैं जो काफी अहम होने वाले हैं। जिसमें से 2 बांग्लादेश, 3 न्यूजीलैंड और 5 ऑस्ट्रेलिया के साथ होने हैं। इसके अलावा फिर टीम को टी20 विश्व कप के लिए भी तैयार करना है।
श्रीलंका में स्पिन के सामने धराशायी हुई थी भारतीय टीम
टीम इंडिया ने अपनी आखिरी सीरीज श्रीलंका के साथ खेली थी। तीन मैचों की इस वनडे सीरीज में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीरीज में टीम इंडिया की खराब बल्लेबाजी देखने को मिली थी। खासकर श्रीलंका के स्पिन गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाज घुटने टेकते हुए दिखाई दिए थे। इस सीरीज में भारत ने 27 विकेट स्पिन गेंदबाजों के सामने गवाएं थे।