ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) ने टेस्ट क्रिकेट में विकेटकीपिंग का नया रिकॉर्ड बनाया है। वह इस प्रारूप में सबसे तेज 100 कैच लेने वाले भारतीय बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड महेंद्र सिंह धोनी और रिद्धिमान साहा के नाम था। यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से दोनों के नाम था। ऋषभ पन्त ने टेम्बा बवुमा को विकेट के पीछे अपना 100वां शिकार बनाया।
अपने आदर्श धोनी को पीछे छोड़ने के लिए पन्त को इस मैच से पहले 3 कैच की आवश्यकता थी। उन्होंने तीन कैच तीसरे दिन के खेल में ही पकड़ते हुए यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। पन्त ने इस आंकड़े तक आने के लिए 26 टेस्ट मैच खेले हैं। वहीँ धोनी और साहा ने 36-36 टेस्ट मुकाबले खेले। किरन मोरे ने इसके लिए 39 टेस्ट मैचों का सहारा लिया।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के दौरान ऋषभ पन्त ने चार कैच अपने दस्तानों में पकड़े। उन्होंने डीन एल्गर, वियान मल्डर, टेम्बा बवुमा और कगिसो रबाडा के कैच लपके। टीम इंडिया ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम को पहली पारी में महज 197 रन के स्कोर पर आउट करते हुए 130 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की।
भारतीय गेंदबाजों ने नई गेंद के साथ धाकड़ गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया। शुरुआत में ही 4 विकेट गंवाने के बाद दक्षिण अफ्रीका के लिए मामला आसान नहीं था। हालांकि टेम्बा बवुमा ने अकेले बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतकीय पारी खेली। उनके बाद क्विंटन डी कॉक ही ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने 34 रन की पारी खेली। अन्य सभी बल्लेबाज फ्लॉप रहे।
भारत के लिए मोहम्मद शमी ने धारदार गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट हासिल किये। उनके अलावा जसप्रीत बुमराह ने भी 2 विकेट हासिल किये। शार्दुल ठाकुर के खाते में भी 2 विकेट गए। मोहम्मद सिराज को 1 सफलता मिली। अश्विन को कोई विकेट नहीं मिला।