भारतीय टीम (India Cricket Team) ने सेंचुरियन में एक पारी की शिकस्त झेलने के बाद दमदार वापसी की और दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket Team) के खिलाफ केपटाउन केपटाउन में जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने केपटाउन की जीत को 2020-21 में गाबा की जीत के बराबर करार दिया है।
रोहित शर्मा ने सबसे छोटा टेस्ट जीतने के बाद कहा, 'यह हमारी सर्वश्रेष्ठ टेस्ट जीत में से एक है। हमने पहले कभी केपटाउन में जीत दर्ज नहीं की थी। निश्चित ही यह उन सभी खास जीत में शामिल है। टेस्ट मैच की तुलना करना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि प्रत्येक टेस्ट मैच का अपना महत्व और पहचान है। हमने ऐसे ही गाबा में जीत दर्ज की थी। मेरे ख्याल से ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में आखिरी टेस्ट 1988 में गंवाया था। करीब 32 साल बाद हमने वहां टेस्ट जीत हासिल की। वो उनका किला कहलाता था। वहां वो हारते नहीं थे।'
भारतीय कप्तान ने आगे कहा, 'जिस तरह हमने वो टेस्ट मैच जीता था, वो महत्वपूर्ण था। हम 0-1 से पीछे थे। हमने मेलबर्न टेस्ट जीता। फिर सिडनी में ड्रॉ कराया और गाबा में जीत दर्ज की। तो आप असल में टेस्ट मैच को रैंक नहीं कर सकते हैं। मगर केपटाउन की जीत गाबा के बराबर है क्योंकि हमने यहां कभी मैच नहीं जीता था। इससे पता चलता है कि यहां आकर हमारे लिए बेहतर प्रदर्शन करना कितना जरूरी था। मैं अपनी टीम को श्रेय देना चाहूंगा कि बेहतरीन प्रदर्शन करके मैच जीता।'
रोहित शर्मा ने परिस्थितियों को समझने और अपने गेम प्लान पर टिकने के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा, 'हमें पता था कि यह हाई स्कोरिंग मैच नहीं होने वाला है। तो हम सभी चाहते थे कि गेंदबाजी में अनुशासनात्मक रहे। हम अपनी लिमिट से आगे नहीं बढ़े और लगातार कई चीजें करने का प्रयास करते रहे। जब हमने उन्हें 55 रन पर समेटा तो हमने बल्लेबाजों से छोटे योगदान के बारे में बातचीत की। इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था।'
उन्होंने साथ ही कहा, 'आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। खुद को झोंकना पड़ेगा। गेंद आपको शरीर पर झेलनी पड़ेगी। यह सब ठीक है। मगर आपको जाकर खुद को आगे झोंकना पड़ेगा। अगर आपको शरीर पर गेंद झेलना पड़े तो भी ठीक है। हमारे शीर्ष क्रम के चार-पांच बल्लेबाजों ने काफी समर्पण दिखाया। हम जानते थे कि पहली पारी की बढ़त अहम साबित होने वाली है।'
रोहित शर्मा ने कहा, 'कभी सोचा नहीं था कि हम छह विकेट बिना रन बनाए गंवा देंगे। मगर ऐसा होता है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने हमारे गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की। उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी की और पिच को अपना काम करने दिया। उन्हें अपने प्रयास का इनाम मिला।'