टेस्ट प्रारूप में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने पिछले कुछ समय में कई शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं और विदेशों में भी जबरदस्त खेल दिखाया है। इन सब के बावजूद टीम इंडिया के लिए मध्यक्रम का खराब प्रदर्शन एक चिंता का विषय बना हुआ है और इसी समस्या को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम ने अहम सुझाव दिए हैं। करीम के मुताबिक अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं और इसे देखते हुए उन्होंने टीम मैनेजमेंट को नए खिलाड़ियों को समर्थन देने का सुझाव दिया है।
यूट्यूब चैनल खेलनीति पर बोलते हुए सबा करीम ने कहा कि भारत के मध्यक्रम के संकट ने टीम के निचले क्रम पर अतिरिक्त दबाव डाला है। उन्होंने माना कि एक क्वालिटी गेंदबाजी आक्रमण आसानी से कमजोरी का फायदा उठा सकता है और टीम को एक मामूली स्कोर पर ढेर कर सकता है।
इस पूर्व खिलाड़ी ने इस समस्या से निपटने के लिए दो अहम सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय थिंक टैंक अभी भी अपने सीनियर बल्लेबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए कुछ समय दे सकता है। या फिर उन्हें उन खिलाड़ियों को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए जो वर्षों से प्रथम श्रेणी मैचों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा,
टॉप ऑर्डर में स्थिरता होनी चाहिए। अगर 3,4 और 5 नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी नियमित रूप से रन नहीं बना रहे हैं, तो निचले क्रम पर दबाव होगा। यदि आप एक मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ खेल रहे हैं, तो वे आपको ऐसे नहीं छोड़ेंगे। या तो आप अपने मुख्य खिलाड़ियों के फॉर्म में वापस आने का इंतजार करें या फिर आपको नए खिलाड़ियों को मौके देने होंगे। मुझे लगता है कि नए खिलाड़ियों को मौका देने का समय आ गया है।
भारत के लिए चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का प्रदर्शन काफी समय से औसत रहा है और हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ समाप्त हुयी दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी इन दोनों के बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला। वहीं दूसरी तरफ मयंक अग्रवाल और श्रेयस अय्यर जैसे युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रभावित किया।
मयंक अग्रवाल नंबर 3 के लिए अच्छा विकल्प होंगे - सबा करीम
चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म को देखते हुए सबा करीम के मुताबिक मयंक अग्रवाल को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नंबर 3 के लिए आजमाया जा सकता है। इसके पीछे उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि मयंक के पास तेज गेंदबाजों को खेलने की काबिलियत है और स्पिन के खिलाफ अपने शानदार खेल को उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दिखाया। उन्होंने कहा,
जब कोई खिलाड़ी 4-5 साल तक घरेलू क्रिकेट खेलता है तो वह स्पिनरों का मुकाबला अच्छे से करना जानता है। वह नंबर 3 के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि वह नई गेंद से तेज गेंदबाजों से निपट सकता है जबकि स्पिनरों के खिलाफ आक्रामकता से खेल सकता है।
भारत को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर 3 टेस्ट और 3 वनडे मैच खेलने है। इस दौरे की शुरुआत 26 दिसंबर से सेंचुरियन में होने वाले टेस्ट से होगी।