विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का उद्धघाटन संस्करण भारतीय टीम (Indian Team) के लिए एक अच्छे नोट पर समाप्त नहीं हुआ क्योंकि वे फाइनल में न्यूजीलैंड (New Zealand) से आठ विकेट से हार गए थे। इस इवेंट के दौरान भारत के लिए सबसे बड़ी निराशा भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) द्वारा दिया गया खराब प्रदर्शन था। पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भारतीय टीम बुमराह से शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रही थी क्योंकि इंग्लैंड की पिचों में तेज गेंदबाजों को सहायता प्रदान करने की परम्परा है। हालाँकि अहमदाबाद में जन्मे खिलाड़ी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फ़ाइनल में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नहीं थे, वह दोनों पारियों में कोई भी विकेट नहीं लेने वाले एकमात्र भारतीय गेंदबाज थे।
सबा करीम का बयान
बुमराह को लेकर पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम ने इंडिया न्यूज से कहा कि मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने मौजूदा फॉर्म पर ध्यान नहीं दिया और कुछ हद तक प्रतिष्ठा के साथ आगे बढ़े। जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में चोटिल होने के बाद से रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेला है।
आगे उन्होंने कहा कि बुमराह ने केवल सफेद गेंद क्रिकेट खेला है और वह भी केवल टी20। वह इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में नहीं खेले थे। मुझे लगा कि अगर हम रेड-बॉल क्रिकेट की बात करें तो वह बुरी तरह से आउट ऑफ फॉर्म और इसके साथ-साथ अभ्यास से बाहर थे।
गौरतलब है कि बुमराह दोनों पारियों के दौरान विकेट के लिए तरसते नजर आए। इसके अलावा उनकी गेंद में स्विंग भी नहीं थी। हालांकि बुमराह ने प्रयास भी ज्यादा तेज गेंदबाजी के लिए किया था और उनकी यह रणनीति काम नहीं आई। भारतीय टीम में रविन्द्र जडेजा सहित हर गेंदबाज को विकेट मिला था लेकिन बुमराह ऐसे गेंदबाज रहे जिन्हें कोई विकेट हासिल नहीं हुआ और दोनों पारियों में वह एक भी खिलाड़ी आउट नहीं कर पाए।