पूर्व भारतीय चयनकर्ता सबा करीम (Saba Karim) का मानना है कि विराट कोहली (Virat kohli) को टीम इंडिया के नए ब्रांड अल्ट्रा-अटैकिंग बल्लेबाजी के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होने की जरूरत नहीं है। 33 वर्षीय कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान भी यही कोशिश की और निश्चित रूप से ऐसा लग रहा था कि वह जल्दी से स्कोर करना चाह रहे थे।
इंडिया न्यूज स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए सबा करीम ने कहा कि विराट कोहली में पहले कुछ गेंदों के लिए रन-ए-बॉल खेलने पर भी आगे बढ़ने की क्षमता है। तो यह टीम इंडिया के लिए सही टेम्पलेट है जहां अन्य लोग उनके साथ बल्लेबाजी करते हैं और बड़े शॉट्स के लिए जाते हैं। आपको एक ऐसे बल्लेबाज की जरूरत है जो स्थिति के अनुकूल हो और पारी को नियंत्रित करे और उनके पास जितने भी बल्लेबाज हैं, कोहली इस तरह से खेलने में सबसे अनुभवी हैं।
एशिया कप के खराब प्रदर्शन को लेकर टीम इंडिया को नहीं घबराने की सलाह भी सबा करीम ने दी। उन्होंने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि हमने एशिया कप से पहले मौजूदा टीम के साथ अच्छा क्रिकेट खेला और अगर हम अपनी कुछ गलतियों को सुधारते हैं, तो हम अच्छी टीम हैं। शीर्ष क्रम में चाहे वह कहीं भी बल्लेबाजी करें, कोहली विपक्ष के लिए खतरा बने रहेंगे। इसलिए मैनेजमेंट के लिए यह जरूरी है कि वह रोहित और हार्दिक जैसे खिलाड़ियों को बचाए रखें ताकि वे टी20 विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।
गौरतलब है कि भारतीय टीम पावरप्ले में अटैक करने की अप्रोच के साथ खेलती है। ऐसा पिछले कुछ समय में देखा गया है। विराट कोहली भी ऐसा ही करते हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप में भी कोहली ने कुछ यही किया था। उन्होंने तेज बैटिंग करते हुए शतकीय पारी खेली थी।