बुधवार को शाम के समय बीसीसीआई ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम का ऐलान किया लेकिन उससे ज्यादा चर्चा का विषय विराट कोहली (Virat Kohli) को वनडे की कप्तानी से हटाया जाना था। कोहली की कप्तानी जाने के पीछे क्रिकेट के जानकार अलग-अलग वजह बता रहे हैं और इसी कड़ी में पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम ने भी अहम वजह बताई, जिसकी वजह से विराट कोहली को कप्तानी गंवानी पड़ी। करीम के मुताबिक हाल के वर्षों में आईसीसी चैंपियनशिप जीतने में भारत की असफलता भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के फैसले को प्रभावित कर सकती है।
यूट्यूब चैनल खेलनीति पर करीम ने याद दिलाया कि विराट कोहली ने टी20 कप्तानी छोड़ते समय वनडे में कप्तानी जारी रखने की बात कही थी। इसका मतलब था कि कोहली 50 ओवर के मैचों के लिए टीम के कप्तान के रूप में बने रहना चाहते थे। उन्होंने कहा कि भले ही कोहली अपना पद छोड़ना नहीं चाहते थे,लेकिन चयनकर्ताओं और बीसीसीआई को अंतिम निर्णय लेने का अधिकार था।
सबा करीम ने कहा,
यह कहना सही है कि कोहली को बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने टी20 कप्तानी छोड़ते समय घोषणा की और उसी समय ऐलान कर सकते थे कि वह वनडे की भी कप्तानी नहीं करना चाहते। इसका मतलब था कि वह वनडे कप्तान बने रहना चाहते थे। आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाने के की कीमत विराट को वनडे की कप्तानी से चुकानी पड़ी।
विराट कोहली से जरूर बात की होगी - सबा करीम
कई रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया जा रहा है कि बोर्ड ने विराट से इस फैसले के बारे में विचार-विमर्श नहीं किया और खुद फैसला ले लिया। हालांकि करीम का मानना है कि हेड कोच राहुल द्रविड़ ने जरूर कोहली से बात की होगी।
कोहली ने कई वर्षों तक भारतीय टीम को लीड किया है। इसलिए, करीम को लगता है कि बोर्ड कोहली के साथ चर्चा किए बिना इतना बड़ा फैसला नहीं करेगा। उन्होंने कहा,
मुझे विश्वास है कि राहुल द्रविड़ या बीसीसीआई के किसी व्यक्ति ने विराट कोहली के साथ विभाजित कप्तानी शुरू करने की योजना के बारे में बात की होगी। द्रविड़ ने अक्सर खिलाड़ियों के साथ स्पष्ट तौर पर कम्युनिकेशन करने पर जोर दिया है। इसलिए, जब इतना बड़ा फैसला लेने की बात आती है, तो मेरा मानना है कि किसी ने कोहली से जरूर बात की होगी।