ऑस्ट्रेलिया (Australia) में एडिलेड टेस्ट मैच में बुरी तरह से हारने के बाद भारतीय टीम ने मेलबर्न टेस्ट मैच में वापसी की और मेजबान टीम को पटखनी भी दी। अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) इस जीत के सूत्रधार साबित हुए क्योंकि वहां उन्होंने एक शतक जड़ा। इसके बाद भारतीय टीम (Indian Team) ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में बेहतर खेल दिखाते हुए ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में हरा दिया। अजिंक्य रहाणे ने कहा कि मैंने सचिन तेंदुलकर का चर्चित शतक मेलबर्न टेस्ट से पहले शाम को 10 बार देखा जो उन्होंने बतौर कप्तान 1999 में मेलबर्न में बनाया। इसके बाद सुबह भी मैंने 6-7 बार इसे देखा। अजिंक्य रहाणे के अनुसार सचिन और राहुल द्रविड़ को वह आदर्श मानते हैं।
इंडिया टुडे से की गई बातचीत में अजिंक्य रहाणे ने कहा कि मैंने सचिन की पारी देखी जिसमें उन्हें कप्तान के रूप में एमसीजी में शतक मिला। उस पारी में उन्होंने 116 रन बनाए और मैं उनकी पारी देख रहा था। मैंने इसे पिछली रात को 10 बार और मैच की सुबह लगभग 6-7 बार देखा। वह और द्रविड़ मेरे आदर्श हैं।
मेलबर्न शतक के बारे में अजिंक्य रहाणे का बयान
रहाणे ने मेलबर्न में बनाए गए अपने शतक को लेकर कहा कि मेलबर्न टेस्ट शतक वाकई खास था। मैंने लॉर्ड्स का शतक बेहतर माना लेकिन लेकिन कई लोगों ने मुझे बताया कि मेलबर्न का शतक लॉर्ड्स के मुकाबले ज्यादा बेहतर था। अब मुझे एहसास हुआ कि एडिलेड टेस्ट मैच के बाद की परिस्थितियों को देखते हुए, मेलबर्न शतक वास्तव में विशेष था।
उल्लेखनीय है कि पहले टेस्ट में बुरी तरह हारने के बाद भारतीय टीम पर दबाव था और अजिंक्य रहाणे ऑस्ट्रेलिया में पहली बार कप्तानी कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने बल्लेबाजी में आगे से लीड करते हुए शतकीय पारी खेल ऑस्ट्रेलिया को पीछे धकेला। टीम इंडिया ने टेस्ट जीतकर सीरीज में बराबरी करने में सफलता हासिल की।