तेंदुलकर और जयवर्धने की मदद से फॉर्म में लौटे मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाज नितीश राणा

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का सबसे बड़ा फायदा मिलता है युवा खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन करना। पैसों से लबरेज लीग के 10वें संस्करण में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। मुंबई इंडियन्स का बल्लेबाजी लाइनअप बहुत ही तगड़ा है। रोहित शर्मा, किरोन पोलार्ड, अम्बाती रायुडु और जोस बटलर जैसे दिग्गज बल्लेबाज इस टीम में शामिल है। हालांकि, मुंबई आधारित फ्रैंचाइज़ी को दिल्ली के नितीश राणा के रूप में उम्मीद के विपरीत नया हीरो मिल गया है। नितीश राणा तब चर्चाओं में आए जब पिछले सत्र में मुंबई इंडियन्स के आखिरी लीग मैच में उन्होंने 36 गेंदों में 70 रन की पारी खेली। राणा को तब तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा गया था। मौजूदा सत्र में मुंबई इंडियन्स ने अपने पहले घरेलू मैच में राणा को रोहित के ऊपर तरजीह देते हुए तीसरे क्रम पर भेजा। राणा ने 29 गेंदों में 50 रन की शानदार पारी खेली और टीम के लिए मैच सेट कर दिया। राणा के प्रदर्शन की बदौलत मुंबई इंडियन्स ने कोलकाता नाइटराइडर्स को चार विकेट से हराया। इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ भी राणा ने 36 गेंदों में 45 रन की उम्दा पारी खेली और इसमें भी मुंबई को जीत मिली। अम्बाती रायुडु के चोटिल होने से 23 वर्षीय नितीश राणा को टीम में खेलने का मौका मिला। यह भी पढ़ें : मुंबई इंडियंस ने सनराइजर्स हैदराबाद को 4 विकेट से हराया हाल ही में राणा का प्रदर्शन काफी ख़राब रहा था। इंटर-स्टेट टी20 टूर्नामेंट में दिल्ली का कड़ा समय रहा और बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पहले तीन मैचों में केवल 22 रन बनाए। विजय हजारे ट्रॉफी में ख़राब प्रदर्शन की वजह से राणा को टीम से बाहर रहना पड़ा। फिर राणा मुंबई इंडियन्स के ट्रेनिंग सत्र में पहुंचे जहां उन्हें महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और महेला जयवर्धने की सलाह मिली। आईपीएल टी20 डॉट कॉम से बातचीत में राणा ने खुलासा किया, 'जब मैं सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहा था तब मानसिक रूप से परेशान था। मैं यहां आया और सचिन तेंदुलकर व महेला जयवर्धने से बात की। मैंने टीम के कई सीनियर खिलाड़ियों से बातचीत की। मेरी तकनीक में कोई खराबी नहीं थी, लेकिन मानसिकता का मामला अधिक था। मुझे अहसास हुआ कि मैं ज्यादा सोच रहा था।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारी सोचने की प्रक्रिया स्पष्ट है। मैं अब बिलकुल स्पष्ट हूं कि मुझे क्रीज पर जाकर कैसा प्रदर्शन करना है। शुरुआत में थोड़ा दबाव महसूस हुआ, लेकिन क्रीज पर समय बिताने के साथ ही दबाव हटने लगा।' राणा ने अपनी सफलता का श्रेय मुंबई इंडियन्स के कैंप को दिया जहां उन्होंने समय व्यतीत किया और इसकी मदद से उन्हें अपने खेल को सुधारने में मदद मिली।