भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने मंगलवार को कहा कि ऋषभ पन्त (Rishabh Pant) टेस्ट में भारत के लिए एक्स-फैक्टर हैं और कई विरोधी टीमें उनका सामना नहीं करना चाहेंगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि पन्त की आलोचना उनके दृष्टिकोण के लिए की गई थी, जो कई बार 'गैर-जिम्मेदार' लगते थे लेकिन प्रत्येक बल्लेबाज का रन बनाने का अपना तरीका होता है।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि कोई भी विरोधी उनका (पन्त का) चेहरा नहीं देखना चाहेगा क्योंकि जब आप जानते हैं कि वह आदमी एक घंटे के भीतर आपसे खेल छीनने में सक्षम है और वह गिलक्रिस्ट जैसा है। वह (गिलक्रिस्ट) उसी नंबर पर आते थे और खुद को बैक करते थे।
सचिन तेंदुलकर का बयान
ऋषभ पन्त पहले खराब शॉट खेलकर आउट होते थे और इस बारे में तेंदुलकर ने कहा कि यह मुझे भी याद है कि कई लोग ऋषभ के गैर-जिम्मेदार शॉट्स के लिए उसकी आलोचना कर रहे थे। तो चलिए फिर मैं नहीं चाहता कि पुजारा की तुलना ऋषभ से की जाए। पन्त की तुलना पुजारा से भी नहीं की जानी चाहिए क्योंकि उनके रन बनाने के तरीके अलग हैं। ऋषभ शायद एक बड़ा शॉट खेलकर आउट हो जाएंगे, पुजारा गेंद का बचाव करते हुए आउट हो सकते हैं। लेकिन आखिरकार दोनों बल्लेबाज ड्रेसिंग रूम में अपनी कमर कस कर बैठे हैं। तो यह कैसे मायने रखता है? तेंदुलकर ने कहा कि कोई बल्लेबाज तेजी से खेलकर रन बनाता है और कोई बल्लेबाज धीमा खेलकर रन बनाता है लेकिन स्कोरबोर्ड चल रहा है और यही मायने रखता है।
भारत 18 जून से साउथैम्पटन में डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगा और पंत को 15 सदस्यीय टीम में नामित किया गया है। वह विराट कोहली के पक्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।