पूर्व भारतीय कप्तान और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के एक मैच का जिक्र किया है जिसमें उन्हें गलत आउट दिया गायत था। वेस्टइंडीज के खिलाफ 199\7 में वनडे मुकाबले के दौरान सचिन तेंदुलकर को विकेट के पीछे आउट दिया गया था। सचिन तेंदुलकर ने अब इस पर बात करते हुए अम्पायर की गलती बताई है। आम तौर पर क्रिकेट की अंदरूनी चीजों पर कम बात करने वाले सचिन तेंदुलकर आजकल कई प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। क्रिकेट डॉट कॉम से बातचीत करते हुए उन्होंने कुछ बातें कही।
"मैं आक्रमण करने में समर्थ था और कर्टली एम्ब्रोस की गेंद पर विकेट के पीछे आउट होने से पहले मैंने 44 रन बनाए थे, वह अम्पायर का गलती थी। वह बारिश से प्रभावित मैच था और हम मैच हार गए थे। पूरी तरह से मुश्किल परिस्थितियों थी जिसमें बल्लेबाजी करनी थी, मैं अपनी उस पारी को करियर की पसंदीदा पारियों में से एक मानता हूं।"
यह भी पढ़ें: आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने गेंद पर लार का प्रयोग बंद करने की सिफारिश की
सचिन तेंदुलकर के सामने थे आक्रामक गेंदबाज
उस समय वेस्टइंडीज की गेंदबाजी खतरनाक हुआ करती थी। कर्टली एम्ब्रोस, कर्टनी वॉल्श, इयान बिशप और फ्रैंकलिन रोज जैसे तेज गेंदबाज टीम में हुआ करते थे। पिच में बादलों की वजह से नमी थी और बल्लेबाजी करना मुश्किल था। सचिन तेंदुलकर ने 43 गेंद पर 44 रन बनाए लेकिन कर्टली एम्ब्रोस की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। तेंदुलकर के अनुसार वह अम्पायर की गलती थी। भारत की टीम मैच में 179 रन पर आउट हो गई थी। रिवाइज्ड लक्ष्य में विंडीज को 146 रन बनाने थे।
सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए दो अन्य मैचों का जिक्र भी किया जिसमें उन्होंने ग्लेन मैक्ग्रा को सेटल नहीं होने देने के इरादे से चौके छक्के जड़े थे। वे मैच आईसीसी नॉक आउट ट्रॉफी और द्विपक्षीय सीरीज के अंतर्गत खेले गए थे।
पूर्व भारतीय कप्तान ने इससे पहले भी कुछ बातों के खुलासे किये थे। इनमें 2011 वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी को युवराज सिंह से ऊपर बल्लेबाजी के लिए भेजने की रणनीति पर प्रतिक्रिया दी थी। कोरोना वायरस के कारण चल रहे लॉक डाउन में तेंदुलकर क्रिकेटिंग वर्ल्ड की कई बातों का जिक्र कर चुके हैं।